दहाड़ें मार कर रोने लगे मनीष गुप्ता की हत्या के आरोपी पुलिसवाले, बोले- हमारा तो करियर बर्बाद हो गया...

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Oct, 2021 05:38 PM

accused of killing manish started crying in roar the soldier said

मनीष गुप्ता हत्याकांड के मामले में कोर्ट से जेल जाते वक्त सिपाही प्रशांत कुमार फूटकर रोने लग गया। जेल जाने के लिए पुलिस वैन में बैठते ही वह दहाड़े मार कर रोने लगा और बोला- मेरा तो करियर बर्बाद हो गया। सिपाही ने कहा कि उसकी तो कोई गलती ही नहीं थी।

गोरखपुर: मनीष गुप्ता हत्याकांड के मामले में कोर्ट से जेल जाते वक्त सिपाही प्रशांत कुमार फूटकर रोने लग गया। जेल जाने के लिए पुलिस वैन में बैठते ही वह दहाड़े मार कर रोने लगा और बोला- मेरा तो करियर बर्बाद हो गया। सिपाही ने कहा कि उसकी तो कोई गलती ही नहीं थी। 

'कर्मचारी होने के नाते फस गया'
दरअसल मंगलवार को प्रशांत कुमार व राहुल दुबे को लंबी पूछताछ के बाद कोर्ट ले जाया गया। कोर्ट ले जाते वक्त प्रशांत की आंखों में आंसू थे। वहीं जब उसे कोर्ट से जेल भेजा जाने लगा तो पुलिस वैन में बैठते ही वह दहाड़े मार कर रोने लगा। प्रशांत ने रोते हुए कहा कि मेरा तो करियर बर्बाद हो गया। मनीष गुप्ता हत्याकांड में मेरी कोई गलती नहीं थी, कर्मचारी होने के नाते फंस गया, मेरा तो पूरा करियर ही बर्बाद हो गया। 

थानेदार के चलते होटल गया और फस गया: सिपाही 
सिपाही ने रोते हुए कहा कि, वह थानेदार के साथ होटल गया था। बस इसी के चलते वह फंस गया। उसने कहा कि नौकरी में आने के बाद उसके कई सपने थे, लेकिन सब सच होने से पहले ही खत्म हो गए। उस दिन होटल पहुंचने पर वो गाड़ी से बाहर नहीं निकल रहा था, लेकिन आदेश पाने के बाद उसे बाहर निकलना पड़ा। प्रशांत को फूट-फूटकर रोता देख दारोगा राहुल का भी गला भर आया। उसने प्रशांत को ढांढस बधाने की कोशिश और फिर दोनों एक दूसरे से लिपटकर रोने लगे।

SIT ने 4 घंटे तक की 5वां आरोपी कमलेश से पूछताछ
उधर, इस मामले के 5वां आरोपी कमलेश सिंह यादव को पुलिस ने बीते बुधवार की दोपहर को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद SIT ने 4 घंटे तक पूछताछ की, लेकिन कमलेश ने ज्यादातर सवालों के जवाब में यही बोला कि मुझे कुछ नही पता, मैं बेकसूर हूं, मैं बस गाड़ी चली रहा था।

जानिए क्या है मनीष हत्याकांड?
गौरतलब है कि 27 अक्टूबर को गोरखपुर के एक होटल में तलाशी के दौरान कथित रूप से पुलिस कर्मियों द्वारा बर्बरतापूर्ण पिटाई किए जाने से कानपुर निवासी 36 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत हो गई थी। इस मामले में आरोपी छह पुलिसकर्मियों को निलंबित करके उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। सभी पर पहले 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। बाद में उसे बढ़ाकर एक-एक लाख रुपये कर दिया गया। पुलिस अब तक छह आरोपी पुलिसकर्मियों में से 5 को गिरफ्तार कर चुकी है और एक अन्य आरोपी उपनिरीक्षक विजय यादव की तलाश कर रही है।  



 

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