Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 09 Sep, 2019 11:44 AM

लखनऊ के दरिया वाली मस्जिद से ग़मज़दा माहौल में निकाला गया अलम-ए-फातहे फुरात का जुलूस मोहर्रम की आठ तारीख यानी आज इमाम हुसैन के भाई हजरत अब्बास की याद में आलम ए फातहे फुरात का जुलूस हर साल की तरह इस बार भी पुराने लखनऊ की दरिया वाली...
लखनऊः लखनऊ के दरिया वाली मस्जिद से ग़मज़दा माहौल में निकाला गया अलम-ए-फातहे फुरात का जुलूस मोहर्रम की आठ तारीख यानी आज इमाम हुसैन के भाई हजरत अब्बास की याद में आलम ए फातहे फुरात का जुलूस हर साल की तरह इस बार भी पुराने लखनऊ की दरिया वाली मस्जिद से निकाल कर जुलूस टीले वाली मस्जिद, बड़ा इमामबाड़ा से नीबू पार्क चौराहे से चरक चौराहा होते हुए इमामबाड़ा गुफ़रानमाब पहुंच कर समाप्त होता है।

जुलूस से पहले मौलाना कल्बे जवाद करेंगे मजलिस को संबोधित इस जुलूस में हजारों की संख्या में अजादारों ने हिस्सा लिया। जियारत के साथ साथ अकीदतमंदों ने नौहां व मातम करते हुए कर्बला के शहीदों की शहादत का गम मनाया।वही को जुलूस को मौलाना कल्बे जव्वाद ने खिताब किया। मजलिस के बाद अलम का जुलूस निकाला गया। जुलूस में आगे-आगे मशालें लिए लोग चलते हैं जिस वजह से इस जुलूस को मशालों का जुलूस भी कहा जाता है।

वहीं इस जुलूस को लेकर प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारियां कर रखी थी सुरक्षा के मद्धेनज़र पुलिस बल के साथ, सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से रखी जा रही थी नज़र, जुलूस की खुद कमान संभाल रहे ए.डी.जी.ज़ोन एस.एन.सावत का कहना था की मोहर्रम को देखते हुए हमारी पुलिस फोर्स पूरी तरह मुस्तेद है। लगभग 1 लाख से ज्यादा लोग करते हैं जुलूस में शिरकत किया।