Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 Dec, 2024 08:21 AM
Hamirpur News: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिला अस्पताल में टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने आई एक लड़की के शरीर में कथित तौर पर सुई छोड़ दी गई, जिसके बाद घर से लौट कर अस्पताल आए उसके परिजनों ने खूब हंगामा किया। अधिकारियों ने बताया कि मामले में जांच के आदेश...
Hamirpur News: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिला अस्पताल में टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने आई एक लड़की के शरीर में कथित तौर पर सुई छोड़ दी गई, जिसके बाद घर से लौट कर अस्पताल आए उसके परिजनों ने खूब हंगामा किया। अधिकारियों ने बताया कि मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. आर.एस. प्रजापति ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि यह घटना शनिवार देर शाम करीब 8 बजे की है।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, हमीरपुर शहर के खालेपुरा मोहल्ले की रहने वाली महिला रूबी अपनी बेटी महक (18) को लेकर टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने इमरजेंसी (आपातकालीन) वार्ड में आई थी और इंजेक्शन लगवाने के बाद घर चली गई थी। उन्होंने बताया कि करीब एक घंटे बाद कुछ अन्य लोगों के साथ महिला व उसके परिजन दोबारा अस्पताल आए और लड़की के शरीर में इंजेक्शन की सुई छोड़ने का आरोप लगाकर अस्पताल में हंगामा करने लगे, जिस पर पुलिस बुलानी पड़ी थी। पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हो गया था।
जानिए, क्या कहना है लड़की के पिता मौसम खान का?
लड़की के पिता मौसम खान ने बताया कि शनिवार की देर शाम करीब 8 बजे हंसिया लग जाने पर बेटी महक (18) को टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में गए थे, जहां एक स्वास्थ्यकर्मी ने इंजेक्शन लगाने के बाद घर भेज दिया था। मौसम खान ने बताया कि घर आने के कुछ देर बाद इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द होने की बात बेटी ने बताई तो देखा कि इंजेक्शन की सुई घुसी हुई है। खुद सुई निकालने के बाद महक के परिजनों ने दोबारा अस्पताल जाकर शिकायत की, जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने पुलिस बुला ली थी।
जानिए, क्या कहना है जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गीतम सिंह का?
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. गीतम सिंह ने एक न्यूज एजेंसी से कहा कि मुझे इस घटना की जानकारी अभी तक नहीं थी, आपसे जानकारी मिली है तो मौखिक आदेश देकर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) को जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) देवेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि शनिवार की देर शाम जिला अस्पताल के कर्मियों ने सूचना दी थी कि कुछ लोग अस्पताल के अंदर हंगामा कर रहे हैं। इसी सूचना पर पुलिस अस्पताल गई थी और मामला शांत करवा दिया था। उन्होंने बताया कि किसी भी पक्ष से तहरीर नहीं दी गई।