संस्कृत विद्यालयों में दूर होगी शिक्षकों की कमी, मानदेय पर होगी नियुक्ति

Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 22 Jul, 2021 09:52 AM

there will be a shortage of teachers in sanskrit schools

मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों एवं राजकीय संस्कृत विद्यालयों में मानदेय पर शिक्षकों की नियुक्ति किये जाने के प्रस्ताव को

लखनऊ: मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों एवं राजकीय संस्कृत विद्यालयों में मानदेय पर शिक्षकों की नियुक्ति किये जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद लोकभवन में बुधवार को राज्‍य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने राज्य सरकार द्वारा अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों एवं राजकीय संस्कृत विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2021-22 एवं 2022-23 के लिए नियमित चयनित शिक्षक के आने तक अस्थायी रूप से मानदेय पर शिक्षकों की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने बताया कि यह निर्णय संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने की खातिर लिया गया है। मानदेय पर शिक्षकों की व्यवस्था करने के लिए जिला स्तर पर सम्बन्धित संस्कृत अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के प्रबन्धकों की अध्यक्षता में चयन समिति का गठन किया गया है, जिसमें सम्बन्धित जिलों के जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी, सम्बन्धित जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक, सम्बन्धित मण्डलों के उप निरीक्षक संस्कृत पाठशालाएं तथा सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी द्वारा नामित दो विशेषज्ञ शामिल होंगे। मानदेय पर नियुक्ति हेतु चयन समिति में सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी द्वारा नामित विशेषज्ञों द्वारा परम्परागत विषय के अभ्यर्थियों का साक्षात्कार संस्कृत भाषा में ही लिया जायेगा। 

 

 

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