Edited By Prashant Tiwari,Updated: 21 Feb, 2023 02:28 PM

लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह) : ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में शिवाजी महाराज की जयंती को मनाने से रोकने पर उपजे विवाद को लेकर प्रदेश में अब राजनीति गरमाती जा रही हैं।
लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह) : ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में शिवाजी महाराज की जयंती को मनाने से रोकने पर उपजे विवाद को लेकर प्रदेश में अब राजनीति गरमाती जा रही हैं। आज विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए पहुंचे समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि यह सब सरकार के इशारे पर हो रहा है। प्रदेश में लालफीताशाही अपने चरम पर है और अधिकारी अपनी मनमानी से जनता को परेशान कर रहे है।

सरकार के इशारे पर हो रहा ये सब
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में शिवाजी महाराज की जयंती को मनाने से रोकने पर उपजे विवाद को लेकर सरकार पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि देश में संवैधानिक पदों पर बैठे लोग जब संविधान की शपथ लेने के बाद इस तरह के आयोजनों में शामिल होते है और संविधान की धज्जियां उड़ाते है तो ऐसे में आप उनसे क्या उम्मीद कर सकते है। देश के संविधान के मुताबिक कोई भी व्यक्ति कहीं भी देश में किसी भी महापुरुष की जन्म जयंती मनाने के लिए स्वतंत्र है। यह सब सरकार के इशारे पर हो रहा है। जिससे देश में आने वाले समय में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत बढ़े और सरकार उस पर राजनीति कर सकें।
लालफीताशाही प्रदेश की जनता को बर्बाद कर रही
स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रदेश के अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में लालफीताशाही अपने चरम पर पहुंच गई है। अधिकारी अपनी मनमानी करके प्रदेश की जनता को परेशान कर रहे है। अगर जल्द इन पर कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो वह प्रदेश को बर्बाद कर देंगे। जिसका खामियाजा आने वाली पीढ़ी को भुगतना पड़ेगा। अभी भी वक्त है सरकार इसे रोक ले नहीं तो इसके खिलाफ हमारी पार्टी पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।