Edited By Deepika Rajput,Updated: 02 Oct, 2019 03:28 PM
उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बुधवार को कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर विशेष सत्र में विपक्षी दलों का भाग नहीं लेना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। दीक्षित ने सुबह 11 बजे 36 घंटों के निर्बाध सत्र में बहस की शुरुआत...
लखनऊः उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बुधवार को कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर विशेष सत्र में विपक्षी दलों का भाग नहीं लेना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। दीक्षित ने सुबह 11 बजे 36 घंटों के निर्बाध सत्र में बहस की शुरुआत करते हुए कहा कि इतिहास में यह पहली बार होगा जब विशेष सत्र बिना रूके इतनी लंबी अवधि तक चलेगा।
दीक्षित ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी दल सरकार के विशेष सत्र के फैसले में सहयोग नहीं कर रहे हैं, जबकि उन्होंने पहले इसकी सहमति दी थी। अचानक अपने फैसले से पलटना और सदन का बहिष्कार करने का कोई औचित्य नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित लक्ष्य विजन 2030 के 16 गोल उत्तर प्रदेश में लागू होने हैं, इस पर हम समान रूप से कार्य करेंगे। यह राष्ट्रपिता का सपना था और सदन इसे साकार करने को कटिबद्ध है। अच्छा होता कि विपक्षी सदस्य भी विशेष सत्र में हिस्सा लेते। सदस्यों को समस्याओं को उठाने और विभिन्न विकास के मुद्दों पर सरकार को सुझाव देना चाहिए था।
महात्मा गांधी की लोकप्रियता का बखान करते हुए दीक्षित ने कहा कि हाल ही में ब्रिटेन यात्रा के दौरान उन्होंने ब्रिटिश पार्लियामेंट के आगे राष्ट्रपिता की प्रतिमा देखी। इससे पता लगता है कि शांति और अहिंसा के पुजारी के लिए अंग्रेजों के मन में आज भी कितना सम्मान है।