Edited By Mamta Yadav,Updated: 15 Jun, 2022 05:59 PM
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पिछले सप्ताह शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में शामिल उपद्रवियों के पोस्टर पुलिस ने बुधवार को जारी कर दिये हैं।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पिछले सप्ताह शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में शामिल उपद्रवियों के पोस्टर पुलिस ने बुधवार को जारी कर दिये हैं। प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि हिंसा एवं उपद्रव में शामिल संदिग्ध उपद्रवियों की पहचान कर इनके पोस्टर जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि उपद्रव के बाद सीसीटीवी कैमरे की फुटेज एवं अन्य सबूतों के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की गयी है। कुमार ने कहा कि संदिग्ध उपद्रवियों की फोटो तो पुलिस के पास है, लेकिन ये लोग कौन हैं, कहां रहते हैं, इसकी जानकारी नहीं है। पोस्टर जारी होने के बाद इन उपद्रवियों की पहचान हो सकेगी। इसके बाद पुलिस इनके खिलाफ सख्त कारर्वाई करेगी।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज में हिंसा मामले में पुलिस ने बीते पांच दिनों में तमाम उपद्रवियों की पहचान की है। यह सभी अपने अपने घरों में ताला लगा कर भागे हुये हैं। पुलिस इन सभी की तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि फरार उपद्रवियों के खिलाफ वारंट जारी किये जाने की तैयारी है। इसके बाद भी उपद्रवियों ने पुलिस और न्यायालय के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया तो उनके घरों की कुर्की की कार्रवाई भी की जायेगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अटाला इलाके में हुए बवाल के मामले में अब तक 92 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। अज्ञात उपद्रवियों की लगातार पहचान की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उपद्रवियों को शरण देने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कारर्वाई होगी। उन्होंने कहा, ‘‘चिन्हित व्यक्ति किसी भी पार्टी या संगठन से जुड़ा हुआ हो, हमारे लिए कोई मायने नहीं रखता, अगर कोई अपराधी है तो दण्डित जरूर होगा।''
कुमार ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को आगजनी या पत्थर मारने का अधिकार नहीं दिया जा सकता। ऐसे अपराधियों पर कानून अपना शिकंजा कसेगा, जिससे फिर किसी नाबालिग बच्चे के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हो और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो सके।