Edited By Mamta Yadav,Updated: 21 Jun, 2022 09:18 PM
जिले में कथित तौर पर इलाज में कमी के चलते एक नवजात शिशु की मृत्यु से जुड़े एक मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक नर्स को निलंबित कर दिया है।
शाहजहांपुर: जिले में कथित तौर पर इलाज में कमी के चलते एक नवजात शिशु की मृत्यु से जुड़े एक मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक नर्स को निलंबित कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सोमवार को इस मामले की जांच का आदेश दिया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एस पी गौतम ने बताया कि मामले की जांच सोमवार को कराई गई जिसमे प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर पर स्टाफ नर्स जगमीत कौर को निलंबित कर दिया गया। गौतम के अनुसार जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि बंडा स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार रात दो बजे गर्भवती महिला किरण आई थी जहां डाक्टरों ने उसका परीक्षण किया और सुबह लगभग आठ बजे उसने एक बच्चे को जन्म दिया।
गौतम के अनुसार शिशु को सांस लेने में परेशानी के चलते उसे मेडिकल कॉलेज शाहजहांपुर रेफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि शिशु के परिजन उसे मेडिकल कालेज ले जाने के बजाय एक निजी अस्पताल ले गए जहां बच्चे की मौत हो गई, जबकि प्रसूता अब भी अस्पताल में भर्ती है और वह स्वस्थ है। नवजात शिशु की मृत्यु एवं प्रसूता की गंभीर हालत का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए सोमवार शाम तक रिपोर्ट मांगी थी।