Edited By Purnima Singh,Updated: 11 Apr, 2025 06:19 PM

यूपी के मेरठ में पुलिस पूरी तरह निरंकुश हो गई है। पुलिस को सिर्फ और सिर्फ खनकते हुए सिक्के और हरी-भरी नोटें दिखाई देती हैं। अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह से पीछा छुड़ाकर पुलिसकर्मी भाग रहे हैं। इंस्पेक्टर दौराला की सरपरस्ती में कैसीनो चलाने का मामला...
मेरठ : यूपी के मेरठ में पुलिस पूरी तरह निरंकुश हो गई है। पुलिस को सिर्फ और सिर्फ खनकते हुए सिक्के और हरी-भरी नोटें दिखाई देती हैं। अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह से पीछा छुड़ाकर पुलिसकर्मी भाग रहे हैं। इंस्पेक्टर दौराला की सरपरस्ती में कैसीनो चलाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब पल्लवपुरम के दो दारोगाओं ने नया कांड कर दिया है।
रुपया दे जाना और मोबाइल ले जाना
प्राइवेट गाड़ी सवार दो दारोगा एक दुकान के सामने रूके और वहां खड़े तीन किशोर को गिरफ्तार कर लिया। दारोगा तीनों किशोरों को ललसाना जंगल ले गए। जहां से उन्हें छोड़ने के बदले में उन्होंने तीन-तीन हजार रुपये मांगे। रूपए न देने पर उन्होंने किशोरों को झूठे केस में जेल भेजने की धमकी भी दी। इतना ही नहीं दोनों दारोगाओं ने मांग पूरी न होने पर उनका मोबाइल छीन लिया। उनसे कहा, रुपया दे जाना और मोबाइल ले जाना।
जैसे-तैसे जंगल से बाहर निकले किशोर
दो दारोगाओं ने तीनों को आधी रात में दोनों दारोगा जंगल में छोड़ आए। किसी तरह उन्होंने वहां से निकल कर परिजनों को सूचना दी। जिसके बाद परिजन उन्हें लेकर थाना पल्लवपुरम पहुंचे। थाने के इंस्पेक्टर से शिकायत करने पर उन्होंने दोनों दारोगाओं को हड़काकर मोबाइल वापस दिलाए। गंभीर बात यह है कि इस मामले की जानकारी न तो आलाधिकारियों को दी गई और न ही दारोगाओं की करतूत को जानते हुए भी कोई ठोस एक्शन लिया गया। पूरे मामले पर अब इंस्पेक्टर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। जानकारी मांगने पर कहा कि उन्हें इस बारे में कोई सूचना नहीं है।
तफ्सील से जानें पूरा मामला
पल्ल्वपुरम थाना क्षेत्र के न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में रहने वाले विशाल पुंडीर ने बताया कि वह अपने दोस्त मनोज निवासी डोगरा बस्ती और कुनाल निवासी शिव एन्क्लेव के साथ कैश कॉलेज के पास दुकान पर खड़ा था। तभी मनोज शराब पीने लगा, मैं और कुनाल कुछ दूर पर बातचीत करने लगे। आरोप है कि इसी दौरान एक प्राइवेट कार उनके पास आकर रुकी, जिससे दो दारोगा उतरे। बकौल, विशाल दोनों दारोगाओं ने तीनों को शराब पीने के आरोप में कार में बैठा लिया। उन्होंने दारोगाओं से कहा कि सिर्फ मनोज शराब पी रहा था, वह दोनों तो अलग खड़े थे और शराब भी नहीं पी रहे थे। फिर उनपर किस बात का आरोप लगा है। जिसपर दोनों दारोगा उन्हें धमकाते हुए गांव ललसाना बाग ले गए। जहां उनके साथ यह कांड हुआ। विशाल का आरोप है, दोनों दारोगा आपस में बात कर रहे थे कि जो तमंचे वाला आरोपी नहीं मिल रहा है, उसके नाम पर तीनों को पकड़ लो। इनके हाथ में पिस्टल दिखाकर फोटो खींचो।