Edited By Ramkesh,Updated: 11 Dec, 2025 02:38 PM

देश के सबसे बड़े धार्मिक मेले को इस बार रोशन करने के लिए बिजली विभाग ने इतिहास की सबसे बड़ी तैयारी कर ली है। मेले में आने-जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विद्युत विभाग ने हाईटेक ‘बारकोड सिस्टम’ लागू करने का फैसला किया है,...
प्रयागराज (सैय्यद रजा): देश के सबसे बड़े धार्मिक मेले को इस बार रोशन करने के लिए बिजली विभाग ने इतिहास की सबसे बड़ी तैयारी कर ली है। मेले में आने-जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विद्युत विभाग ने हाईटेक ‘बारकोड सिस्टम’ लागू करने का फैसला किया है, जिससे बिजली से जुड़ी हर समस्या का तुरंत समाधान किया जा सकेगा।

मेले की बिजली होगी ‘स्कैन टू फिक्स’ तकनीक पर आधारित
चीफ इं राजेश कुमार ने बताचीत के दौरान बताया कि मेला क्षेत्र में लगाए गए हर खंभे, लाइन और कनेक्शन पर विशेष बारकोड लगाए जाएंगे, जिन्हें स्कैन करते ही बिजली कर्मचारी सीधे कंट्रोल रूम से समस्या की जानकारी हासिल कर लेंगे और रिकॉर्ड समय में समाधान करेंगे। और इस बार 25 हजार से अधिक LED लाइटें मेला क्षेत्र को दूधिया रोशनी से जगमगाएंगी। तंबुओं का पूरा नगर रात के अंधेरे को दिन की तरह रोशन करता नजर आएगा। वहीं, 15 हजार से अधिक बिजली के खंभे और 25 से अधिक पावर ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं, ताकि लाखों श्रद्धालुओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सके।
बारकोड सिस्टम से होगा समस्याओं का समाधान
उन्होंने बताया कि इस बार पिछले माघ मेले की तुलना में कहीं अधिक सोलर लाइटों का इस्तेमाल हो रहा है, जिससे पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। बारकोड सिस्टम की वजह से बिजली कर्मचारी बिना समय गंवाए सीधे उस स्थान तक पहुंचेंगे, जहां से शिकायत दर्ज होगी। इससे श्रद्धालुओं और कल्पवासियों को भी बड़ी राहत मिलेगी। इस विशेष तैयारी पर चीफ इंजीनियर राजेश कुमार ने कहा कि “इस बार हमारा प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की बिजली समस्या का सामना न करना पड़े। बारकोड सिस्टम से हर समस्या का तुरंत समाधान संभव होगा।
गौरतलब है कि 3 जनवरी 2026 से देश के सबसे बड़े धार्मिक मेले माघ मेले की शुरुआत संगम के तट पर होने जा रही है। 15 फरवरी तक चलने वाले माघ मेले में 6 स्नान पर्व के दौरान करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। लाखों की संख्या में कल्पवासी कल्पवास करेंगे ऐसे में विद्युत विभाग श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने के लिए अपनी तैयारी में जुटा हुआ है।