Edited By Pooja Gill,Updated: 09 Jun, 2023 11:28 AM

Lok Sabha Elections: उत्तर प्रदेश में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपनी तैयारियों में जुट गई है। बीजेपी यूपी में 80 की 80 सीटें जीतने के लक्ष्य को लेकर चल रही है। इस मिशन को फतह करने के लिए बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना...
Lok Sabha Elections (अश्वनी सिंह): उत्तर प्रदेश में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपनी तैयारियों में जुट गई है। बीजेपी यूपी में 80 की 80 सीटें जीतने के लक्ष्य को लेकर चल रही है। इस मिशन को फतह करने के लिए बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसी के तहत एक ओर जहां सत्ताधारी बीजेपी 30 मई से 30 जून तक महाजनसंपर्क अभियान के तहत कार्यक्रम कर रही है। उधर अंदर खाने उम्मीदवारों को लेकर भी मंथन शुरू हो गया है। बीजेपी इस बार रिपोर्ट कार्ड तैयार करवा रही है। माना जा रहा है कि बीजेपी के इस इंटरनल फीडबैक के आधार पर ही सांसदों को टिकट मिलेगा।

बता दें कि, जिन मौजूदा सांसदों का फीडबैक खराब होगा उनके टिकट भी काटे जा सकते हैं। इसके साथ ही चर्चा ये भी है कि बीजेपी इस बार प्रदेश सरकार के कुछ मंत्रियों को लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है। जिन सांसदों की उम्र 75 के आसपास है उनको टिकट मिलना मुश्किल लग रहा है। वहीं हर मामले पर पार्टी लाइन से हटकर अपनी खुली प्रक्रिया देने वाले सांसदों के भी टिकट कट सकते हैं। इसके साथ ही चुनाव जीतने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र से दूरी बनाने वाले मौजूदा सांसदों की भी मुश्किलें बढ़ सकती है।
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इंटरनल सर्वे में सांसदों के कामकाज और जनता के बीच उनके व्यवहार, लोकप्रियता समेत तमाम बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार होगी। उसी रिपोर्ट कार्ड के आधार पर बीजेपी उम्मीदवारों का चयन करेगी। वहीं, कुछ सीटों पर मौजूदा विधायक भी अपनी तैयारी कर रहे है, वो भी मौजूदा सांसद को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इस तरह कुल मिलाकर देवरिया, बाराबंकी, फतेहपुर, मथुरा, पीलीभीत, गौतमबुद्धनगर, मुजफ्फरनगर, बागपत, इटावा, फिरोजाबाद समेत प्रदेश की करीब डेढ़ दर्जन ऐसी सीट हैं, जिनपर देखना होगा कि टिकट वितरण के समय ऊंट किस करवट बैठेगा।