Edited By Pooja Gill,Updated: 16 Aug, 2025 03:48 PM

मथुरा: मथुरा में कड़ी सुरक्षा के बीच श्रीकृष्ण जन्मस्थान और सभी प्रमुख मंदिरों में जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है और भारी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं...
मथुरा: मथुरा में कड़ी सुरक्षा के बीच श्रीकृष्ण जन्मस्थान और सभी प्रमुख मंदिरों में जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है और भारी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जन्मभूमि पहुंचकर कान्हा का आशीर्वाद लिया। उन्होंने पूजा-अर्चना की और लोगों को जन्माष्टमी की बधाई दी साथ ही मथुरा और सनातन के विकास का संकल्प दोहराया।
हजारों श्रद्धालुओं ने की मंगल आरती
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देशभर से श्रद्धालु अपने कृष्ण कन्हैया के दर्शन को पहुंचे। मथुरा में हजारों की संख्या में मिलकर श्रद्धालुओं ने मंगल आरती की और भगवान के दर्शन किए। भगवान कृष्ण को चांदी से सुसज्जित गर्भगृह में विराजमान किया, जिसे ‘सिंदूर' पुष्प महल की तरह सजाया गया है। ठाकुरजी की चल विग्रह को ‘रजत-सूप' में विराजमान कर अभिषेक स्थल तक ले जाया जाएगा। परंपरा के अनुसार, भगवान का प्राकट्य भी ‘रजत-कमल' पुष्प में होगा और पहला स्नान सोने की परत चढ़ी चांदी की कामधेनु गाय की मूर्ति के जरिए किया जाएगा।

फूलों और तुलसी के पत्तों का होगा 1,000 बार अर्पण
जन्माभिषेक का मुख्य कार्यक्रम शनिवार रात्रि 11 बजे श्री गणेश, नवग्रह आदि पूजन से प्रारम्भ होगा जो रात 11 बजकर 55 मिनट तक सहस्त्रार्चन (फूलों और तुलसी के पत्तों का 1,000 बार अर्पण) के साथ जारी रहेगा। इसके उपरांत 11 बजकर 59 मिनट पर प्राकट्य दर्शन हेतु पट बंद कर दिए जाएंगे और मध्य रात्रि 12 बजे से 12 बजकर 10 मिनट तक प्राकट्य दर्शन के मध्य आरती सम्पन्न होगी।
रात दो बजे होंगे ठाकुरजी के दर्शन
इसके बाद 12 बजकर 10 मिनट से 12 बजकर 25 मिनट तक पयोधर महाभिषेक व 12 बजकर 25 मिनट से 12 बजकर 40 मिनट तक रजत कमल पुष्प में विराजमान ठाकुर जी का जन्माभिषेक सम्पन्न होगा। उन्होंने बताया कि 12 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट श्रृंगार आरती व अंत में एक बजकर 55 मिनट से दो बजे तक शयन आरती सम्पन्न होगी।