Farrukhabad: 9 दिन बीतने के बाद भी गेहूं खरीद केंद्रों पर नहीं बिक रहा गेहूं, MSP से अधिक भाव खरीद में बन रहा रोड़ा

Edited By Pooja Gill,Updated: 10 Apr, 2023 10:47 AM

farrukhabad wheat is not being sold at

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में 39 खरीद केंद्रों पर 1 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। इस बार गेहूं की सरकारी खरीद 2125 रुपए क्विंटल होना है, लेकिन गेहूं का बाजार भाव इससे कही अधिक चल रहा है। बाजार में इस समय गेहूं का मूल्य 2200 से 2300...

फर्रुखाबाद (दिलीप कुमार): उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में 39 खरीद केंद्रों पर 1 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। इस बार गेहूं की सरकारी खरीद 2125 रुपए क्विंटल होना है, लेकिन गेहूं का बाजार भाव इससे कही अधिक चल रहा है। बाजार में इस समय गेहूं का मूल्य 2200 से 2300 रुपए प्रति क्विंटल है। बाजार भाव भी सरकारी गेहूं खरीद में बड़ा रोड़ा साबित हो रहा है। इसलिए  9 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी केंद्र पर गेहूं की खरीद शुन्य है।

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मिली जानकारी के अनुसार, जिले में इस बार 74,691 रकवे में गेहूं की फसल हुई है। गेहूं की खेती अच्छी थी, लेकिन बीते दिनों बारिश और हवाएं चलने से गेहूं की फसल गिर गई, जिसकी वजह से फसल को काफी नुकसान हुआ है। गेहूं के उत्पादन पर बड़ा असर देखने को मिल सकता है। जिले में गेहूं के उत्पादन की बात की जाए तो 2020-21 में का रकवा 76755 रहा था और गेहूं का उत्पादन 3216310 कुंतल रहा था। वर्ष 2021-22 में गेहूं का रकबा 77945 रहा था जबकि उत्पादन सबसे निचले स्तर पर 251189 रह गया था। पिछले वर्ष भी बारिश और हवाओं ने गेहूं की फसल को कभी नुकसान पहुंचाया था और इस बार भी गेहूं की फसल बारिश और हवा के कारण गिर जाने से उत्पादन घटने का अनुमान लगाया जा रहा है।

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प्रशासन की गेहूं खरीद को लेकर तैयारियां पूरी
इसी बीच जिला प्रशासन ने गेहूं की खरीद को लेकर तैयारियां पूरी कर ली है। जिले में गेहूं की खरीद को 39 खरीद केंद्र बनाए गए है। बिचौलियों से बचने के लिए खरीद केंद्रों पर गेहूं की बिक्री की प्रक्रिया को ऑनलाइन रखा गया है। गेहूं बिक्री से पहले किसानों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा इसके बाद ही किसानों का गेहूं खरीद केंद्रों पर लिया जाएगा।  किसानों से जब बात की गई तो किसानों ने बताया जब बाजार में ही उनको 200 रुपए प्रति कुंतल का भाव मिल रहा है तो वह सरकारी क्रय केंद्रों पर जाकर धक्के क्यों क्यों खाएं।

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गेहूं केंद्रों पर बिचौलिए हावी
ब्लाक कमालगंज का है जहां पर नवीन मंडी कमालगंज में गेहूं केंद्र पर बिचौलिए इस तरह से हावी है कि 1 अप्रैल से क्रय केंद्र पर बोर्ड तो लगाया गया परंतु 1 किलो भी गेहूं किसान का नहीं पहुंच पाया। वहीं पर प्राइवेट बिचौलियों ने गेहूं क्रय केंद्र पर अपना धान लगा दिया और क्रय केंद्र पर पूर्णता अपना कब्जा कर लिया। सरकारी कर्मचारी बिचौलियों के आगे मौन दिखाई दिए मानव संसाधन कर्मचारी लड्डन कुमार ने बताया प्राइवेट आढ़ती जबरदस्ती धान अपना क्रय केंद्र पर लगाए हैं, जिससे गेहूं खरीद के लिए क्रय केंद्र पर जगह नहीं है और सरकार के निर्धारित मूल्य 21.25 रु प्रति किलो से अधिक भाव मिलने पर किसान गेहूं को बिचौलियों के हाथ ही बेच लेते हैं। बिचौलियों और अधिकारियों की सांठगांठ से गेहूं खरीद में धोखाधड़ी हो रही है। जिससे बिचौलिए सरकार के मंसूबों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। अब सरकार को इसके लिए कोई कदम उठाना पड़ेगा। देखते है सरकारी केंद्रों पर सरकार गेहूं की खरीदारी कैसे करेंगी।

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