Edited By Ajay kumar,Updated: 19 Feb, 2023 03:47 PM

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन और भौतिकवादी प्रगति की अंधी दौड़ से पर्यावरण के लिए पैदा हुए संकट पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए अभी से सजग न हुए तो मानव का अस्तित्व...
बरेली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन और भौतिकवादी प्रगति की अंधी दौड़ से पर्यावरण के लिए पैदा हुए संकट पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए अभी से सजग न हुए तो मानव का अस्तित्व ही संकट में पड़ जाएगा।

स्वयंसेवकों को राष्ट्र निर्माण और समाज को बेहतर बनाने के दिए मंत्र
जीआरएम स्कूल में प्रवास के दूसरे दिन संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों को राष्ट्र निर्माण और समाज को बेहतर बनाने के मंत्र दिए। बैठकों के दौरान पर्यावरण संकट से निपटने पर चर्चा हुई और पर्यावरण संरक्षण के साथ पृथ्वी और मानव जीवन को सुरक्षित रखने को कार्यक्रम चलाने पर जोर दिया गया।

पृथ्वी और पर्यावरण को बचाने के लिए स्वयंसेवक आगे आएं
संघ प्रमुख ने कहा कि समय की जरूरत है कि पृथ्वी और पर्यावरण को बचाने के लिए स्वयंसेवक आगे आएं और संगठित रूप से काम करें। उन्होंने स्वयंसेवकों को मानव अस्तित्व की रक्षा के लिए 'एक वृक्ष राष्ट्र के नाम' कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया। कहा, हर स्वयंसेवक परिवार एक पौधा लगाने के साथ उसकी देखभाल करे। अलग-अलग सत्रों में हुई बैठकों में इस पर भी खास जोर दिया गया कि राष्ट्र को सशक्त बनाने के लिए समाज में समरसता और एकता नितांत जरूरी है।