Edited By Imran,Updated: 27 Jul, 2024 02:04 PM

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ मंडल के DIG ने सीओ को जमकर फटकार लगाई है। दरअसल, भरौली में यूपी-बिहार बॉर्डर पर अवैध वसूली सिंडिकेट का भंडाफोड़ होने के बाद शुक्रवार रात उन्होंने अफसरों की बैठक में बैरिया के सीओ उस्मान को डाट लगाते हुए कहा कि "पैसा लेते आपको...
बलिाया: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ मंडल के DIG ने सीओ को जमकर फटकार लगाई है। दरअसल, भरौली में यूपी-बिहार बॉर्डर पर अवैध वसूली सिंडिकेट का भंडाफोड़ होने के बाद शुक्रवार रात उन्होंने अफसरों की बैठक में बैरिया के सीओ उस्मान को डाट लगाते हुए कहा कि "पैसा लेते आपको शर्म नहीं आती। खूंटी पर टांग दो अपनी वर्दी"
इसके साथ ही डीआईजी ने बलिया में पुलिस के आला अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। कहा- अपना जमीर झांककर देखो। रक्षक बनकर आए हो, भक्षक बने बैठे हो। आने वाली पीढ़ी को आप क्या देंगे। किस मुंह से आप लोग अपना आइना देख पाते हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा है कि आप सभी लोग समझदार हैं। सतर्क हो जाइए। कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई चलती रहेगी। मैं किसी को भी छोड़ने वाला नहीं हूं। मैं तो कार्रवाई करके ही मानूंगा।

बलिया में पुलिस चला रही थी अवैध वसूली का धंधा
आपको बता दें कि बलिया यूपी बिहार का बॉर्डर पड़ता है, बिहार में शराब बंदी है जिसकी वजह से इस इलाके में तस्करी होती है। ऐसे ही अपराधों को रोकने के लिए पुलिस होती है लेकिन यहा खुद पुलिस ही पैसे लेकर शराब, मवेशी और बालू लदे ट्रकों को बॉर्डर पार कराते थे। इनपुट के आधार पर ADG वाराणसी पीयूष मोर्डिया ने STF टीम के साथ सिविल ड्रेस में छापा मारा। ADG बुधवार रात 12 बजे पहुंचे। उन्होंने 2 पुलिसकर्मियों सहित 18 लोगों को रंगे हाथों पकड़ लिया। इनमें 16 दलाल शामिल थे।
7 पुलिसकर्मियों समेत 23 के खिलाफ केस दर्ज
वहीं इस मामले में 7 पुलिसकर्मियों समेत 23 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष नरही समेत 5 पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए। ADG ने तत्काल एक्शन लेते हुए कोरंटाडीह चौकी के सभी 6 पुलिसकर्मियों और थानाध्यक्ष नरही पन्ने लाल को सस्पेंड कर दिया। इनके खिलाफ वहीं एफआईआर दर्ज हुई, जहां पर ड्यूटी करते थे।

DIG वैभव कृष्ण
हर रोज होती थी 5 लाख की वसूली
छापेमारी करने के बाद DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि इस एंट्री-एग्जिट पॉइंट से लगभग हर रात 1 हजार ट्रक गुजरते हैं, पुलिस वाले हर ट्रक से 500 रुपए की वसूली करते थे। हर रोज करीब 5 लाख की वसूली थी।