Edited By Pooja Gill,Updated: 28 Dec, 2025 03:36 PM

लखनऊ: सोशल मीडिया के दुरुपयोग, दुष्प्रचार और साइबर अपराध जैसी गतिविधियों पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को ऐसे अपराधों पर नकेल कसने और विदेशी फंड...
लखनऊ: सोशल मीडिया के दुरुपयोग, दुष्प्रचार और साइबर अपराध जैसी गतिविधियों पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को ऐसे अपराधों पर नकेल कसने और विदेशी फंड से प्रायोजित धर्मांतरण के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए आटिफिशयल इंटेलीजेंस (एआई) का भी इस्तेमाल करने के निर्देश दिए।
सीएम योगी ने दिए ये निर्देश
‘पुलिस मंथन' वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मेलन 2025 के समापन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुद्दढ़ करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को विशेष रूप से सोशल मीडिया और साइबर क्राइम पर सख़्त निगरानी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने सोशल मीडिया पर कानून-व्यवस्था, जातीय एवं धार्मिक सौहार्द प्रभावित करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने को कहा। उन्होंने पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल की ओर से प्रदेश में बढ़ने वाली आतंकी गतिविधियों और नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए सीमा सुरक्षा एवं आतंकवाद निरोधक तंत्र को तकनीकी रूप से सुद्दढ़ करने के निर्देश दिये। साथ ही गो-तस्करी और धर्मांतरण के लिए चलाए जा रहे संगठित गिरोह पर सख्त कार्रवाई करने को कहा।
आपत्तिजनक कंटेंट पर तत्काल संज्ञान लेंः योगी
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग, दुष्प्रचार, डीपफेक, डाकर्वेब, साइबर अपराध एवं आतंकी नेटवर्क जैसी चुनौतियों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए पुलिस एवं इंटेलिजेंस तंत्र को निर्देशित किया कि सोशल मीडिया पर कानून-व्यवस्था, जातीय एवं धार्मिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले किसी भी आपत्तिजनक कंटेंट पर तत्काल संज्ञान लेकर त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जाति या धर्म के नाम पर समाज को विभाजित करने, पुलिस पर दबाव बनाने अथवा अराजकता फैलाने वाले तत्वों के प्रति किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। ऐसे पोस्ट, फेक अकाउंट एवं संगठित दुष्प्रचार अभियानों की पहचान कर उनके विरुद्ध विधिसम्मत कठोर कार्रवाई की जाए।