Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 12 Aug, 2022 11:29 AM
उत्तर प्रदेश के बांदा में गुरुवार को यमुना नदी में जलधारा में हवा का झोंका आने से नौका डूब गई। इस हादसे में 35 लोग लापता हो गए थे, जिसमें से तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि 17 अन्य लोग लापता हैं। मृतक लोगों शव बरामद कर लिए गए है..
बांदाः उत्तर प्रदेश के बांदा में गुरुवार को यमुना नदी में नाव डूबने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में 35 लोग लापता हो गए थे, जिसमें से तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि 17 अन्य लोग लापता हैं। मृतक लोगों के शव बरामद कर लिए गए है, और 35 में से 15 लोग तैर कर बाहर आ गए है। लापता लोगों के बचाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने मिशन जिन्दगी के तहत बचाव कार्य शुरु कर दिया है।
बता दें कि यमुना नदी में डूबे लोगों की तलाश करने के लिए एसडीआरएफ की 30 सदस्य और एनडीआरएफ की 30 सदस्य टीम मौके पर है। एनडीआरएफ की टीम ने सुबह करीब 7:30 बजे शुरू की गई और दो वोट पानी में उतारी, जो नाव डूबने वाले स्थल से दूसरी तरफ फतेहपुर की ओर किनारे तक गईं। करीब 8:10 बजे तीसरी बोट नदी में लाई गई है। जिसमें तीन मृतक लोगों के शव नदी से निकाले जा चुके हैं और उनकी शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद एनडीआरएफ ने चौथी वोट तैयार कर ली है, जिसे कुछ देर बाद नदी में डूबे हुए लोगों की तलाश के लिए उतारा जाएगा।
वहीं बचाव कार्य के चलते 15 लोग जो नदी में डूब चुके थे, तैरते हुए बाहर आ गए। बाहर निकले लोगों ने बताया कि हादसा दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ। नाव में 50 लोग सवार थे साथ ही कई बाइकें, साइकिलें और अन्य सामान भी लदा था। घटना के दो घंटे बाद बचाव अभियान शुरू किया जा सका। जाल न होने से लापता लोगों को ढूंढने में समस्या हुई। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीम रात में पहुंच गई थीं। डीआइजी विपिन मिश्रा ने बताया कि सुबह उजाला होते ही लापता लोगों की तलाश की जाएगी। नाविक बाबू निषाद को पुलिस ने पकड़ लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि नाव में तीन नाविक थे और उन्होंने शराब पी रखी थी।
इस मामले में जांच कर रहे जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बताया कि मृतकों में दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। मृतकों की सटीक संख्या अभी पता नहीं चल पाई है। उन्होंने बताया कि 13 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 17 लोग अब भी लापता हैं। लापता लोगों की तलाश में लगे दलों की मदद के लिए रोशनी की व्यवस्था की गई है। वहीं एक तरफ प्रशासन का कहना है कि करीब 35 लोग नाव पर सवार थे, जबकि तैरकर घाट पर पहुंचे समगरा गांव निवासी गयाप्रसाद निषाद ने बताया कि नाव में करीब 50 लोग सवार थे। उनके मुताबिक अचानक लहर उठी और नाव में पानी भरने लगा। कुछ समझ में आता, उससे पहले ही नाव संतुलन खो बैठी और पलट गई। वह तैर कर किसी तरह किनारे पहुंचे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया शोक व्यक्त
बता दें कि इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन को तत्काल मौके पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में हुई जनहानि पर शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल के दलों को तत्काल मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं।