Edited By Ramkesh,Updated: 05 Sep, 2024 01:18 PM
प्राइवेट एम्बुलेंस से अपने पति को ले रही महिला संग हुई छेड़खानी को लेकर मामला अब तूल पकड़ता रहा है। दरअसल, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती ने घटना को लेकर योगी सरकार से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने...
सिद्धार्थनगर: प्राइवेट एम्बुलेंस से अपने पति को ले रही महिला संग हुई छेड़खानी को लेकर मामला अब तूल पकड़ता रहा है। दरअसल, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती ने घटना को लेकर योगी सरकार से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि यू.पी के बस्ती जिले में प्राइवेट एम्बुलेंस चालक ने एक मरीज को ले जाते समय, उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ व दुष्कर्म करने की कोशिश की, यह अति शर्मनाक है। जबकि उसके पति की मृत्यु हो गई है सरकार चालक के विरूद्ध सख्ती करे। जो यह बहुत जरूरी।
आपा को बता दें कि ये मामला सिद्धार्थनगर जिले के बांसी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है, यह कि एक महिला 28 अगस्त को अपने बीमार पति को लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन इलाज के लिए पैसे कम पड़ जाने के कारण अगले दिन महिला ने डॉक्टर से अपनी परेशानी बताते हुए पति को डिस्चार्ज कर देने को कहा। इस पर अस्पताल वाले ने एक प्राइवेट एंबुलेंस का नंबर दिया। उसने उस नंबर पर बात की और बृहस्पतिवार शाम करीब 6.30 बजे एंबुलेंस से पति और 17 साल के भाई के साथ घर के लिए चल दी।
तुम एम्बुलेंस में आगे बैठ जाओ नहीं तो पुलिस रोकेगी
पीड़ित के मुताबिक जैसे ही एम्बुलेंस वहां से निकली तो आरोपी ने उसे पुलिस का डर दिखा, कहा कि आप आगे बैठ जाइये नहीं तो पुलिस रास्ते में परेशान करेगी। इस दौरान महिला ने आगे बैठने से मना कर दिया, लेकिन कई बार एम्बुलेंस कर्मी और परिजनों के कहने पर महिला आगे बैठ गई।
छेड़खानी का विरोध करने पर आरोपी ने बीमार पति को एम्बुलेंस से फेंका
आरोपी कुछ देर में ही महिला को में उलझाकर उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। महिला ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी चालक ने बस्ती जिले में छावनी के पास बिमार पति और उसके नाबालिग भाई को एंबुलेंस फेंक दिया उसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पीड़िता का भाई ने डायल 112 की मदद से महिला के पति को बस्ती मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। वहां से गोरखपुर ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया। इस मामले में रविवार को महिला ने लखनऊ के गाजीपुर थाने में तहरीर दी है।
बार-बार मना कर रही थी महिला लेकिन नहीं मार रहे थे दरिदें
महिला का आरोप है कि वह छेड़खानी करने से बार-बार मना कर रही थी लेकिन दोनों आरोपी मान नहीं रहे थे जब पानी सिर से ऊपर जाने लगा फिर वह शोर मचाने लगी, लेकिन गाड़ी का शीशा बंद हो के कारण उसकी आवाज बाहर तक नहीं गई। हालांकि उसकी चीख सुनकर पीछे की सीट पर बैठे भाई को कुछ गलत होने का अहसास हुआ तो उसने भी शोर मचाना शुरू कर दिया। करीब डेढ़ सौ किमी तक एंबुलेंस चालक और उसके साथी महिला से शर्मनाक करते रहे। रात करीब 11.30 बजे बस्ती जिले के छावनी क्षेत्र में एंबुलेंस चालक ने गाड़ी रोक दी।
पुलिस मामले में कर रही लीपापोती
महिला ने रविवार को बस्ती के छावनी थाने में तहरीर देने की कोशिश की लेकिन उसका कहना है कि पुलिस वालों ने मामला लखनऊ का होने का जिक्र करते हुए उसे लखनऊ में ही तहरीर देने को कहा। अब सवाल यह उठता है कि पीड़ित महिला का पति इलाज के अभाव में दम तोड़ चुका है। उसके साथ इतनी दरिंदगी जैसी घटना हुई उसके बाद भी पुलिस अभी तक आरोपी के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है। क्या पीड़िता को यूपी पुलिस न्याय दिला पाएगी या फिर पीड़िता थक हार कर घर में चुपचाप बैठ जाएगी। फिलहाल पुलिस की तरफ से इस घटना पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।