Edited By Purnima Singh,Updated: 04 Jul, 2025 12:53 PM

गर्मी की छुट्टी खत्म होने के बाद 1 जुलाई को जैसे स्कूल खुलते हैं, अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं, लेकिन वह स्थिति क्या होगी जब स्कूल के पहले दिन ही एक पिता की गोद में उसके बेटे का निधन हो जाए .....
बाराबंकी: गर्मी की छुट्टी खत्म होने के बाद 1 जुलाई को जैसे स्कूल खुलते हैं, अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं, लेकिन वह स्थिति क्या होगी जब स्कूल के पहले दिन ही एक पिता की गोद में उसके बेटे का निधन हो जाए। हृदय को झकझोर के रख देने वाली यह घटना यूपी के बाराबंकी से सामने आई है। इस घटना ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है। विधायक प्रबंधन ने भी कंडोलेंस जारी कर विद्यालय में अवकाश कर दिया। जिसने भी यह घटना सुनी वह द्रवित हो उठा हर कोई इस घटना का कारण जानने के लिए व्याकुल रहा।
बदहवास पिता मासूम को लेकर पहुंचा अस्पताल
मामला, नगर कोतवाली क्षेत्र में पड़ने वाले सेंट एंथनी विद्यालय में कक्षा 7 में पढ़ने वाले 12 वर्षीय अखिल प्रताप सिंह से जुड़ा है। गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल के पहले दिन यानी 1 जुलाई को अपने पिता जितेंद्र प्रताप सिंह के साथ अर्टिगा कार से आता है। कार से उतरते ही स्कूल का बैग टांगते ही उसकी तबियत बिगड़ जाती है। बदहवास पिता अपने मासूम बच्चे को लेकर सीढ़ियों पर बैठ गया और आनन फानन में स्थानीय लोगों की मदद से उपचार के लिए अस्पताल लेकर गया। जहां डॉक्टर्स ने मासूम को मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम न होने की वजह से नहीं पता चल सका मौत का कारण
मासूम अखिल के पिता जितेंद्र प्रताप सिंह जनपद के घेरी बिशुनपुर के रहने वाले है। पेशे से व्यापारी जितेंद्र की पत्नी एक शिक्षिका हैं और अखिल उनकी एकमात्र संतान था। जितेंद्र ने बताया वह सुबह बेटे को स्कूल छोड़ने आए थे और उनके बेटे को न ही कोई बीमारी थी न किसी प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहा था। जिस समय घटना हुई उनके बच्चे को चक्कर और एक के बाद एक कई उल्टियां हुई, उसके बाद बच्चा बेसुध हो गया, बहरहाल बदहवास पिता ने भारी मन के साथ बेटे का अंतिम संस्कार किया। हालांकि पोस्टमार्टम ( अंत: परीक्षण) न होने के कारण मौत का सटीक कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।