Edited By Ajay kumar,Updated: 23 Jun, 2024 08:18 AM
ईद-उल-अजहा(बकरीद) के दिन हज सम्पन्न होने के बाद हाजियों की वापसी का सिलसिला शनिवार को शुरू हो गया। 287 हाजियों को लेकर पहली उड़ान जब लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची तो राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष मोहसिन रजा हाजियों के स्वागत के...
लखनऊ: ईद-उल-अजहा(बकरीद) के दिन हज सम्पन्न होने के बाद हाजियों की वापसी का सिलसिला शनिवार को शुरू हो गया। 287 हाजियों को लेकर पहली उड़ान जब लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची तो राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष मोहसिन रजा हाजियों के स्वागत के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे। उन्होंने सभी हाजियों को फूल देकर उनका स्वागत किया।
हमने अपने मुल्क की तरक्की की दुआ मांगी
उत्तर प्रदेश से इस साल 18,010 लोग हज करने गए थे। लखनऊ से जेद्दा की पहली उड़ान 9 मई को रवाना हुई थी। जिस क्रम से हज यात्रियों की रवानगी हुई थी उसी क्रम से हाजियों की वापसी भी होगी। सऊदी अरब से रोजाना हाजियों को लेकर उड़ान लखनऊ पहुंचेगी। आखिरी उड़ान 9 जुलाई को आएगी। चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर हाजियों के रिश्तेदार और दोस्त मौजूद थे। हवाई अड्डे से बाहर आकर अपनों को तलाशते हाजियों के चेहरे अपने रिश्तेदारों को सामने पाकर खिल उठे। एक हाजी ने बताया कि बहुत शिद्दत की गर्मी थी। बहुत मुश्किल दिन थे। कई बार लगता था कि इस गर्मी से निबट पाना आसान नहीं, जान निकल जाएगी लेकिन खैरियत अपने देश वापसी हो गई है। अच्छी बात यह कि हमारा हज पूरा हुआ। हमने अपने मुल्क की तरक्की की दुआ मांगी।
इतनी गर्मी में रहकर हज पूरा कर लेना किसी चमत्कार से कम नहीं
एक हाजी ने कहा कि इतनी गर्मी में बुजुर्ग की बात छोड़िये जवान को झेलना मुश्किल था। उन्होंने कहा कि वहां जाकर यह अहसास हुआ कि किसी भी बुजुर्ग को हज पर अकेले नहीं जाना चाहिए। बहुत मुश्किल सफर है। इतनी गर्मी में रहकर हज पूरा कर लेना किसी चमत्कार से कम नहीं है। तमाम बुजुर्ग रास्ता भटक गए। कुछ लोगों की गर्मी से मौत हो गई। बहरहाल अंत भला तो सब भला। हम तो वापस आ गए।