Edited By Imran,Updated: 10 Dec, 2024 12:16 PM
उत्तर प्रदेश का एक ऐसा गांव जहां पर एक साथ 30 से 40 मुस्लिम परिवार के लोग अपने नाम के आगे अचानक से दुबे, तिवारी, मिश्रा जैसे टाइटल लगाने लगे। इस घटना की खबर जिसकी कानों तक गई वह सुनकर हैरान रह गया।
जौनपुर: उत्तर प्रदेश का एक ऐसा गांव जहां पर एक साथ 30 से 40 मुस्लिम परिवार के लोग अपने नाम के आगे अचानक से दुबे, तिवारी, मिश्रा जैसे टाइटल लगाने लगे। इस घटना की खबर जिसकी कानों तक गई वह सुनकर हैरान रह गया। सवाल यह था कि वह घर वापसी तो कर रहे थे लेकिन मुस्लिम नाम के आगे हिंदू के सामान्य जातियों के उपनाम लगाने लगे। जब इस घटना की सच्चाई जानी गई तो पता चला कि इन सभी मुस्लिम परिवारों के पूर्वज हिंदू थे बाद वह मुस्लिम धर्म अपना लिए अब फिर से वे सभी लोग घर वापसी करना चाहते हैं।
यह पूरा मामला प्रदेश के जौनपुर जिले की बताई जा रही है। यहां पर 30 से 40 लोग अपने नाम के आगे दुबे, तिवारी, जैसे जातियों के उपनाम इस्तेमाल करने लगे। जिले का केराकत तहसील का गांव डेहरी अचानक सुर्खियों में आ गया है। जब इस गांव के नौशाद अहमद ने शादी के कार्ड पर नौशाद अहमद दुबे लिखकर सभी का ध्यान खींचा। उनका कहना है कि उनके पूर्वज पूर्व में हिंदू थे, इसलिए अब वह अपने नाम के साथ अपने गोत्र का नाम भी लिख रहे हैं। इसे लेकर पूरे इलाके में चर्चा का बाजार गर्म है।
सातवीं पीढ़ी पंडित था
वहीं, खुद का परिचय नौशाद दुबे बताने वाले व्यक्ति ने दावा किया है कि उसके सात पीढ़ी पहले के पूर्वज पंडित थे। उसने बताया कि नौशाद के पूर्वज आजमगढ़ से आए थे। पूवर्ज के बारे में जानकारी होने पर उन्होंने कहा कि एक हिंदू संस्था से जुड़कर हिंदू-मुस्लिम धर्म के बीच एक सौहार्द के माहौल में रह रहे हैं। गांव के दूसरे निवासी सैय्यद शांडिल्य, अब्दुल्लाह दुबे, इरशाद पांडेय, ठाकुर गुफरान और इसरार अहमद दुबे का कहना है कि हम सभी से अपील करेंगे कि अपनी जड़ों से जुड़ें।
दुबई से मिल रही धमकी
नौशाद ने बताया कि भारत में तो नहीं, लेकिन विदेशों में रह रहे भतीजे और अन्य रिश्तेदारों को हमारे टाइटल बदलने के मामले को लेकर धमकियां मिल रही हैं, जिसका हमें कोई खौफ नहीं है।