Edited By Pooja Gill,Updated: 04 Dec, 2022 01:17 PM

कहते है कि डॉक्टर भगवान का रूप होते है। यह बात एक कैंसर संस्थान के डॉक्टरों ने साबित कर दी है। दरअसल, एक 13 साल के बच्चे के पेट में 13 किलोग्राम का ट्यूमर था। बच्चें के पेट से यह ट्यूमर कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी...
लखनऊः कहते है कि डॉक्टर भगवान का रूप होते है। यह बात एक कैंसर संस्थान के डॉक्टरों ने साबित कर दी है। दरअसल, एक 13 साल के बच्चे के पेट में 13 किलोग्राम का ट्यूमर था। बच्चें के पेट से यह ट्यूमर कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान के डॉक्टरों ने शनिवार को निकाला और उसे नया जीवनदान दिया है। बच्चे के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों के सामने कई चुनौतियां आई। लेकिन इन चुनौतियां को पूरा कर डॉक्टरों ने बच्चे के ऑपरेशन को सफल बनाया और उसकी जान बचा लीं।
बता दें कि यह मामला जिले के कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान का है। यहां पर आए एक 13 साल के बच्चे के पेट में जन्म से ही ट्यूमर था, जोकि बढ़ता चला गया। आलम यह हो गया कि डायफ्रॉम, बड़ी आंत, छोटी आंत, गुर्दे और खून की बड़ी नसों को प्रभावित करने लगा। इससे बच्चे को शुरुआत में थोड़ी-बहुत समस्या थी, लेकिन ट्यूमर का आकार बढ़ने की वजह से उसे चलने-फिरने में भी समस्या होने लगी थी। जांच करने में जब ट्यूमर की पुष्टि हुई तो डॉक्टरों ने बच्चे का ऑपरेशन करने का फैसला किया।
ऑपरेशन के दौरान थी कई चुनौतियां- डॉक्टर
इस मामले में डॉक्टर अंकुर ने बताया कि, ट्यूमर का आकार और वजन बढ़ने के कारण ऑपरेशन के दौरान कई चुनौतियां थीं। सबसे बड़ी चुनौती ट्यूमर को फटने से बचाना था। इसलिए ऑपरेशन के दौरान काफी सावधानी बरती गई। ऑपरेशन करने वाली टीम में एनीस्थीसियोलॉजिस्ट विभाग के प्रमुख डॉ. असीम रशीद, डॉ. इंदुबाला, डॉ. रुचि और डॉ. हिमांशु शामिल रहे।
इस तरह के ऑपरेशन होते है जटिल
कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अनुपम वर्मा ने कहा कि, इस तरह के ऑपरेशन बेहद जटिल होते हैं। इसलिए टीम वर्क बहुत जरूरी है। वहीं, प्रो. धीमन ने बताया कि अक्टूबर से संस्थान में अत्यधिक जटिल कैंसर के ऑपरेशन शुरू किये गए हैं। इसलिए पूरी टीम ने मिल कर यह ऑपरेशन भी सफल किया है और बच्चे की जान बचाई है।