Edited By Anil Kapoor,Updated: 11 May, 2025 01:21 PM

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से एक अनोखा और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें शादी से ठीक पहले हल्की-फुल्की मस्ती ने एक गंभीर मोड़ ले लिया। आमतौर पर शादी के दौरान जूता छुपाई और हंसी-ठिठोली जैसी रस्में माहौल को हल्का और...
Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से एक अनोखा और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें शादी से ठीक पहले हल्की-फुल्की मस्ती ने एक गंभीर मोड़ ले लिया। आमतौर पर शादी के दौरान जूता छुपाई और हंसी-ठिठोली जैसी रस्में माहौल को हल्का और यादगार बनाती हैं, लेकिन यहां ये मजाक इतना भारी पड़ गया कि पूरी बारात को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, मेजा तहसील के अकबर शाहपुर गांव में शुक्रवार को बारात आई थी। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक बारातियों का जमकर स्वागत हुआ और सब कुछ सामान्य रूप से चल रहा था। जैसे ही दूल्हा स्टेज पर वरमाला के लिए पहुंचा, दुल्हन की सहेलियों ने माहौल को हल्का बनाने के लिए उससे चुटकी लेना शुरू किया। इसी बीच एक सहेली ने दूल्हे से उसकी जन्मतिथि पूछ ली। दूल्हे ने शायद मजाक के मूड में जवाब देते हुए अपनी जन्मतिथि "2025" बता दी। यह सुनकर सब चौंक गए, और दुल्हन को यह मजाक कतई पसंद नहीं आया। उसने इस बात को गंभीरता से लेते हुए वरमाला पहनाने से साफ इनकार कर दिया।
समझाने-बुझाने के बाद भी नहीं बनी बात
बताया जा रहा है कि दुल्हन को मनाने की तमाम कोशिशें की गईं, लेकिन उसने शादी से इनकार कर दिया। इस फैसले के पीछे सिर्फ मजाकिया जवाब ही नहीं, बल्कि लड़के पक्ष की कथित दहेज मांग और दूल्हे की मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठाए गए। दुल्हन के भाई ने बताया कि उनकी बहन 7 भाइयों की इकलौती बहन है, और शादी में लाखों रुपए का खर्च किया गया था। उनका आरोप था कि दूल्हा ना मोबाइल चला पाता है, ना बाइक और ना ही अपनी सही जन्मतिथि बता सका, जिससे उन्हें दूल्हे की मानसिक स्थिति पर शक हुआ।
क्या कहता है दूल्हा पक्ष?
दूल्हे के परिजनों का कहना है कि यह सब सिर्फ एक मजाक था, और दूल्हे ने जानबूझकर गलत जन्मतिथि बताई थी। उनका दावा है कि शादी रुकने के पीछे असल वजह कुछ और है, और वे किसी तरह की दहेज मांग से इनकार करते हैं।
टूटी शादी, मायूस लौटी बारात
आखिरकार जब दुल्हन किसी भी सूरत में शादी के लिए तैयार नहीं हुई, तो बारात को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा। शादी की खुशियां एक मजाक की वजह से कड़वाहट में बदल गईं और यह मामला गांवभर में चर्चा का विषय बन गया।