लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इसके साथ ही आज विधानसभा के मॉनसून सत्र का समापन हो गया।विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन को संबोधित करते हुए‘यूपी विजन डॉक्यूमेंट 2047'तैयार करने की घोषणा की। उन्होंने इसे प्रदेश की 25 करोड़ जनता की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिबिंब बताते हुए इसे विकसित भारत के विकसित उत्तर प्रदेश की भावनाओं को साकार करने का रोडमैप करार दिया। मुख्यमंत्री ने जनता से आह्वान किया कि प्रत्येक परिवार कम से कम एक सुझाव दे, जिसके लिए क्यूआर कोड और एक ऑनलाइन पोटर्ल की व्यवस्था की जाएगी।
यूपी विजन डॉक्यूमेंट 2047'की व्यापक प्रक्रिया शुरू
योगी ने बताया कि‘यूपी विजन डॉक्यूमेंट 2047'को तैयार करने के लिए सरकार ने एक समावेशी और व्यापक प्रक्रिया शुरू की है। इस दस्तावेज में उत्तर प्रदेश के प्रत्येक परिवार की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 500 से अधिक विषय विशेषज्ञों का एक पूल गठित किया गया है। इस पूल में सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस अधिकारी, सेक्टोरल विशेषज्ञ, कृषि वैज्ञानिक, विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रोफेसर, समाज विज्ञानी, चिकित्सक और अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं। ये विशेषज्ञ अगले एक महीने में प्रदेश के सभी जनपदों, ब्लॉकों, ग्राम पंचायतों, स्कूलों, कॉलेजों, तकनीकी संस्थानों और विश्वविद्यालयों का दौरा करेंगे। इस दौरान वे व्यापारियों, आम जनता और बुद्धिजीवियों से संवाद करेंगे ताकि उनके विचारों और सुझावों को इस विजन डॉक्यूमेंट में शामिल किया जा सके।
सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों और कॉलेजों में क्यूआर कोड लगाए जाएंगे
मुख्यमंत्री ने बताया कि सुझाव देने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों और कॉलेजों में क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, एक ऑनलाइन पोटर्ल भी विकसित किया जा रहा है, जिसके माध्यम से लोग आसानी से अपने सुझाव साझा कर सकेंगे। उपयोगी सुझावों को जनपद और प्रदेश स्तर पर चयनित कर पुरस्कृत करने की योजना भी बनाई गई है। सुझाव संकलन अभियान के बाद, सभी विशेषज्ञों और नीति आयोग के सहयोग से‘यूपी विजन डॉक्यूमेंट 2047'तैयार किया जाएगा। इस दस्तावेज को विधानसभा में प्रस्तुत किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह विजन डॉक्यूमेंट केवल एक घोषणा पत्र नहीं होगा, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के सामूहिक संकल्प, मेहनत और आस्था का एक महाअभियान है। यह दस्तावेज प्रदेश के हर युवा, महिला, किसान, छात्र और मजदूर के सपनों को साकार करने का रोडमैप होगा।
मजदूर की से विकास की नींव रख रहा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि‘विजन 2047'उत्तर प्रदेश को न केवल आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने का लक्ष्य रखता है, बल्कि इसे रामराज्य की अवधारणा पर आधारित एक आदर्श राज्य के रूप में स्थापित करेगा। इस विजन में आध्यात्मिक और आधुनिक विकास का एक अनूठा संगम होगा, जो गंगा और यमुना की तरह प्रदेश की सांस्कृतिक और प्रगतिशील पहचान को दर्शाएगा। उन्होंने कहा कि यह विजन केवल आंकड़ों, परियोजनाओं और नीतियों तक सीमित नहीं रहेगा। यह उस किसान की आशा है जो अपने खेत में सुनहरे भविष्य की फसल बो रहा है, उस छात्र की आकांक्षा है जो किताबों में अपने सपनों को देख रहा है, और उस मजदूर की मेहनत है जो अपने पसीने से विकास की नींव रख रहा है। 2047 सिफर् एक तारीख नहीं, बल्कि हमारे सपनों का गंतव्य है। इस दौरान विजन डॉक्यूमेंट को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने विधानसभा में सेक्टर-वाइज चर्चा की योजना की घोषणा की। प्रत्येक सेक्टर, जैसे कि कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और बुनियादी ढांचे, पर एक-एक दिन विस्तृत चर्चा होगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि हर क्षेत्र की चुनौतियों और संभावनाओं को गहराई से समझा जाए और उनके लिए ठोस योजनाएं बनाई जाएं।
25 करोड़ लोग एक संकल्प के साथ
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि जब 25 करोड़ लोग एक संकल्प के साथ एक दिशा में कार्य करेंगे, तो इतिहास बदलेगा।‘यूपी विजन डॉक्यूमेंट 2047'के तहत उत्तर प्रदेश को न केवल भारत का सबसे समृद्ध और सशक्त राज्य बनाया जाएगा, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर विकास, संस्कृति और मानवीय मूल्यों के आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह विजन आने वाली पीढि़यों के लिए एक ऐसे उत्तर प्रदेश का निर्माण करेगा जो हर मामले में सशक्त, समृद्ध और प्रेरणादायक होगा।