Edited By Ramkesh,Updated: 03 Jul, 2025 01:57 PM

जिले में एनएच-09 पर स्थित मशहूर राजा जी ढाबा सोमवार रात एक दर्दनाक हादसे का गवाह बन गया। बुलंदशहर के फरादपुर गांव निवासी 29 वर्षीय अजीतपाल अपनी प्रेमिका आकांक्षा के साथ उसकी जन्मदिन की पहली मुलाकात को यादगार बनाने आया था। लेकिन चंद सेकंड में आई एक...
हापुड़: जिले में एनएच-09 पर स्थित मशहूर राजा जी ढाबा सोमवार रात एक दर्दनाक हादसे का गवाह बन गया। बुलंदशहर के फरादपुर गांव निवासी 29 वर्षीय अजीतपाल अपनी प्रेमिका आकांक्षा के साथ उसकी जन्मदिन की पहली मुलाकात को यादगार बनाने आया था। लेकिन चंद सेकंड में आई एक तेज रफ्तार कार ने इस प्रेम कहानी को हमेशा के लिए अधूरा कर दिया।
जानकारी के अनुसार, दोनों ने ढाबे में केक काटकर आकांक्षा का जन्मदिन मनाया। खाना खाने के बाद वे ढाबे के बाहर गेट के पास बैठकर बातचीत कर रहे थे, तभी रात करीब 10:15 बजे एक स्विफ्ट कार ने नियंत्रण खोते हुए सीढ़ियों पर बैठे दोनों को रौंद दिया। अजीतपाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आकांक्षा गहरे सदमे में चली गई।
रौनक से मातम में बदला माहौल
ढाबे पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार की गति अत्यधिक तेज थी और वह अचानक ढाबे के अंदर घुस गई। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आकांक्षा की चीखें दूर तक सुनाई दीं, और खुशी का माहौल कुछ ही पलों में मातम में बदल गया।
पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आकांक्षा को संभाला। ढाबा मालिक व पुलिस ने आकांक्षा के परिजनों को रात में ही सूचना दे दी थी, लेकिन वे मंगलवार दोपहर के बाद ही थाने पहुंचे। इस विलंब को लेकर भी स्थानीय स्तर पर चर्चाएं हो रही हैं।
मृतक अजीतपाल था तीन बहनों का इकलौता भाई
परिजनों ने बताया कि अजीतपाल परिवार का एकमात्र पुत्र था। उसकी दो बहनों की शादी हो चुकी थी, जबकि एक बहन अभी अविवाहित है। अजीतपाल की असामयिक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
आरोपियों की पहचान, एफआईआर पर देरी
मृतक के पिता उमराव सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि स्थानीय स्तर पर की गई जांच में पता चला कि हादसे के समय कार में बुलंदशहर के हसनपुर क्षेत्र के गंगेरुआ नैथला निवासी अकरम, उसका पुत्र फेज उर्फ कैफ और उसका दोस्त जिशान सवार थे। इन तीनों पर जानबूझकर अजीतपाल को रौंदने का आरोप लगाया गया है। परिजनों का आरोप है कि तहरीर देने के बावजूद देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई।