Edited By Anil Kapoor,Updated: 28 Apr, 2025 06:27 AM

Bhadohi News: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। मौर्य ने भदोही में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर में आतंकवादियों ने ना केवल निहत्थे पर्यटकों पर हमला किया है,...
Bhadohi News: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। मौर्य ने भदोही में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर में आतंकवादियों ने ना केवल निहत्थे पर्यटकों पर हमला किया है, बल्कि कश्मीर में रोजगार पर भी हमला किया है। आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या आतंकवादियों ने लोगों को सिर्फ इसलिए गोली मारी क्योंकि वे हिंदू थे या इसलिए क्योंकि अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया था? उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सरकार ने भी फैसला कर लिया है और अब जो भी जवाब दिया जाएगा, आतंकवाद और उसके आका बच नहीं पाएंगे।
'डबल इंजन की सरकार दे रही डबल विकास': केशव मौर्य
मिली जानकारी के मुताबिक, मौर्य ने भदोही के किशुनदेवपुर स्थित रामलीला मैदान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और पूर्व विधान परिषद सदस्य बाबू पारसनाथ मौर्य की स्मृति में आयोजित ‘गरीब दिवस' कार्यक्रम को संबोधित किया और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, चाबियां, चेक आदि वितरित किए। उन्होंने कहा कि ‘डबल इंजन' की सरकार देश में ‘डबल' विकास कर रही है। मौर्य ने दावा किया कि अब 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 300 सीटें जीतेगी और फिर से सरकार बनाएगी।
सपा-कांग्रेस पर तीखा वार: मौर्य ने बताया दोनों को आंबेडकर विरोधी
सपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उपमुख्यमंत्री ने दोनों पार्टियों को ‘आंबेडकर विरोधी' करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बाबा साहब आंबेडकर को संविधान की प्रारूप समिति और नेहरू सरकार में शामिल नहीं करना चाहती थी और जवाहरलाल नेहरू ने जबरन बाबा साहब को पद से इस्तीफा दिलवाया। मौर्य ने कहा कि ‘‘इसी परिवार के राहुल गांधी आजकल संविधान लेकर घूम रहे हैं। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ‘पीडीए' (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग) को मुस्लिम तुष्टीकरण और गरीबों की जमीन पर कब्जा करने वाली पीडीए बताया। मौर्य ने कहा कि सपा सरकार में पांच जिले वीआईपी थे, जबकि भाजपा सरकार में (उत्तर प्रदेश के) सभी 75 जिले वीआईपी हैं।