Edited By Purnima Singh,Updated: 03 Jul, 2025 05:37 PM

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की जमीनी हकीकत उजागर कर दी है .....
Mahoba News : उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की जमीनी हकीकत उजागर कर दी है। यहां के जिला अस्पताल में एक टीबी (क्षयरोग) पीड़ित मरीज को टीबी वार्ड में भर्ती करने के बजाय सामान्य वार्ड में रखा गया। यही नहीं उसे खुद अपने हाथ से इंजेक्शन लगाते हुए भी देखा गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसने स्वास्थ्य महकमे को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
मरीज खुद लगा रहा इंजेक्शन
बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा युवक टीबी का मरीज है। वीडियो में वह अस्पताल के वार्ड नंबर-1 में खुद को डेरी डेक्सा नामक इंजेक्शन लगाता दिख रहा है। यह इंजेक्शन टीबी के इलाज में प्रयोग होता है और इसे प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी की देखरेख में ही मरीज को दिया जाना चाहिए। लेकिन यहां न डॉक्टर मौजूद हैं, न नर्स। मरीज खुद इंजेक्शन लगाता है, जिससे संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ गया है। सबसे बड़ी चूक यह है कि मरीज को टीबी वार्ड में न रखकर सामान्य वार्ड नंबर-1 में भर्ती किया गया, जहां पहले से ही अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज और छोटे बच्चे इलाज के लिए भर्ती हैं।
खतरे में दर्जनों मरीजों और तीमारदारों की जान
बता दें कि टीबी एक संक्रामक रोग है, जो हवा के माध्यम से फैलता है। ऐसे में इस मरीज को सामान्य वार्ड में रखने से दर्जनों मरीजों और तीमारदारों की जान को खतरे में डाल दिया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद वार्ड में दहशत का माहौल बन गया है। यह पहला मौका नहीं है जब महोबा जिला अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगा हो। पूर्व में भी इलाज में कोताही, डॉक्टरों की अनुपलब्धता और मरीजों से दुर्व्यवहार की खबरें सामने आती रही हैं, लेकिन इस बार मामला गंभीर है।