BJP में जाने की खबरों के बीच शिवपाल पर चढ़ा राम रंग, भागवत कथा का श्रवण लाभ उठाने के बाद अयोध्या जाने की तैयारी

Edited By Mamta Yadav,Updated: 04 Apr, 2022 08:36 PM

shivpal prepares to go to ayodhya after listening to bhagwat katha

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नजदीकियों के कारण इन दिनो चर्चा में रहने वाले गतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अध्यात्मिक होते दिख रहें है। कुछ रोज पहले समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा सहयोगी दलों की बैठक से...

इटावा: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नजदीकियों के कारण इन दिनो चर्चा में रहने वाले गतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अध्यात्मिक होते दिख रहें है। कुछ रोज पहले समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा सहयोगी दलों की बैठक से किनारा कर भागवत कथा का आनंद लेने वाले शिवपाल पर राम रंग चढ़ गया है। अपने भतीजे एवं समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव से नाराज चल रहे शिवपाल कई मोर्चो पर भतीजे को आडे हाथों ले चुके हैं। उसके बाद उनके भाजपा मे जाने की चर्चाएं सुखिर्यों में बनी हुई है।       

शिवपाल ने सोमवार सुबह राम दरबार की एक फोटो शेयर कर चौपाई के जरिए अपनी बात कहते हुए ट्वीट किया है जिसका राजनीतिक हल्को में कई मतलब निकाले जाने शुरू कर दिए गए है। संभावना है कि प्रसपा मुखिया आने वाले दिनों में अयोध्या भी जा सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषक ऐसा मान कर चल रहे हैं कि शिवपाल भाजपा से अपनी करीबियत को इन सबसे ओर पुख्ता कर रहे है। यह अलग बात है कि उन्होंने खुद अपनी ओर से अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि वो भाजपाई होने जा रहे है। उन्होने ट्वीट किया ‘‘ रामजन्मभूमि भी जाना है और दर्शन भी करना है। '' नवरात्रि के बाद कुछ बड़ा फैसला लेंगे।

शिवपाल ने सोमवार सुबह राम दरबार की एक फोटो शेयर कर चौपाई के जरिए अपनी बात कही है। इस ट्वीट के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। चर्चा है कि शिवपाल आने वाले दिनों में अयोध्या जा सकते हैं। शिवपाल यादव अनौपचारिक बातचीत में कहते है कि हनुमानगढ़ी तो जाना ही है। रामजन्मभूमि भी जाना है और दर्शन भी करना है। शिवपाल ने कहा कि नवरात्रि के बाद कुछ बड़ा फैसला लेंगे। उन्होंने रामायण की चौपाई के साथ भगवान राम को परिवार, संस्कृति और राष्ट्र निर्माण के लिए सबसे अच्छा स्कूल बताया।      

शिवपाल ने ट्वीट किया ‘‘ प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा।। आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित होइ मन राजा।। भगवान राम का चरित्र परिवार, संस्कार और राष्ट्र निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला है। चैत्र नवरात्रि आस्था के साथ ही प्रभु राम के आदर्श से जुड़ने व उसे गुनने का भी क्षण है।'' अभी तक शिवपाल सिंह यादव की ओर से खुद भाजपा मे जाने की बात कही भी नहीं कही गई है लेकिन विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद मीडिया में उनके भाजपा मे जाने की खबरे राजनैतिक हत्कों में सुर्खियों में बनी हुई है।

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