Edited By Anil Kapoor,Updated: 08 Feb, 2025 06:37 AM

Milkipur By Election Results 2025: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के परिणाम आज शनिवार (8 फरवरी) को जारी होंगे। मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। यह उपचुनाव समाजवादी पार्टी (SP) नेता अवधेश प्रसाद के फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के...
Milkipur By Election Results 2025: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के परिणाम आज शनिवार (8 फरवरी) को जारी होंगे। मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। यह उपचुनाव समाजवादी पार्टी (SP) नेता अवधेश प्रसाद के फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के बाद खाली हुई मिल्कीपुर सीट पर हुआ है। सपा और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच इस सीट पर मुख्य मुकाबला देखने को मिला है। इस उपचुनाव को समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई माना जा रहा है, क्योंकि यह सीट अयोध्या जिले का हिस्सा है, जो राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
उपचुनाव की जरूरत क्यों पड़ी?
सपा नेता अवधेश प्रसाद के 2024 में फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के बाद मिल्कीपुर विधानसभा सीट खाली हो गई। इस कारण यहां उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी। अब सपा इस सीट को बनाए रखने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा इसे फैजाबाद में अपनी हार का बदला लेने का मौका मान रही है। दरअसल, 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट भाजपा के हाथ से निकल गई थी, और इस सीट पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।
उपचुनाव में 65 फीसदी मतदान
बुधवार को हुए उपचुनाव में 65 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुल 3.70 लाख मतदाताओं में से 65.35 फीसदी वोट पड़े। यह मतदान प्रतिशत 2022 के विधानसभा चुनावों में दर्ज किए गए 60.23 फीसदी से ज्यादा था। चुनाव आयोग के अनुसार, यह उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत काफी अच्छा रहा है।
उपचुनाव में किस पार्टी से कौन उम्मीदवार?
उपचुनाव में भाजपा ने चंद्रभान पासवान को मैदान में उतारा है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। दोनों ही उम्मीदवार पासी समाज से आते हैं। इसके अलावा, बसपा और कांग्रेस ने इस उपचुनाव में कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है और दोनों पार्टियों ने इस चुनाव से दूरी बनाई है। चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ने सूरज चौधरी को उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है। सूरज चौधरी पहले समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए थे और फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद के करीबी सहयोगी रहे हैं। इस उपचुनाव में कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे और यह चुनाव अब राजनीति के प्रमुख मंचों पर चर्चा का विषय बन गया है।