Edited By Ramkesh,Updated: 08 Aug, 2024 12:33 PM
कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया ने बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद हिन्दुओं पर हो रहे हमले पर चिंता जाहिर की है। राज भैया ने कहा कि विश्व में 57 मुस्लिम देश हैं शेख हसीना ने वहां ना तो शरण मांगी ना किसी देश ने शरण दी, ऐसा क्यूं?...
प्रतापगढ़: कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया ने बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद हिन्दुओं पर हो रहे हमले पर चिंता जाहिर की है। राज भैया ने कहा कि विश्व में 57 मुस्लिम देश हैं शेख हसीना ने वहां ना तो शरण मांगी ना किसी देश ने शरण दी, ऐसा क्यूं? सोचियेगा अवश्य। दअरसल, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद देश में लगातार हिंसा जारी है। हालांकि शेख हसीना अभी भारत में रह रही हैं। अभी तक उन्हें किसी देश ने उन्हें अपने यहां आने की इजाजत नहीं दी है।
वहीं आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य और इसके पूर्व महासचिव जोशी ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को निशाना जाना मानवता के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि ‘‘बांग्लादेश एक अलग राष्ट्र है। यहां से स्वैच्छिक संगठन क्या कर सकते हैं, इसकी अपनी सीमाएं हैं। लेकिन हम (भारत) सरकार से वहां हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि सरकार इस दिशा में कदम उठाएगी।'
मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में भारत के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बुधवार को सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिक एकत्र हुए और दावा किया कि उनके देश में उन पर हमला हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना झापोर्टला सीमा चौकी क्षेत्र में दक्षिण बेरुबारी गांव के पास हुई। उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बल ‘बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश' (बीजीबी) बाद में उन्हें वापस ले गया। उन्होंने कहा कि ये लोग बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले के पांच गांवों के थे जिसकी सीमा जलपाईगुड़ी से लगती है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारी ने कहा, ‘‘बांग्लादेशी सीमा पर एकत्र हुए थे, लेकिन सीमा पूरी तरह सील होने के कारण कोई भी भारत में प्रवेश नहीं कर सका। बाद में, बीजीबी उन्हें वापस ले गया।'' इस संबंध में एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि कंटीले तारों के पार इकट्ठा हुए लोग अंदर आने देने की गुहार लगा रहे थे। व्यक्ति ने कहा, ‘‘लेकिन हम असहाय हैं। उन्होंने (बांग्लादेशियों) अपने भयावह अनुभव बताए।'' भीषण हिंसा के चलते शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद छोड़ने और भागने के लिए मजबूर होने के बाद बांग्लादेश में अनिश्चितता व्याप्त है। बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को संसद भंग कर दी और नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया।