Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 23 Jan, 2022 03:18 PM

उत्तर प्रदेश सरकार ने जेलों में सजायाफ्ता कैदियों में अच्छे आचरण वाले, उम्रदराज और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 100 कैदियों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर रिहा करने की पहल की है। इसके तहत 16 साल...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने जेलों में सजायाफ्ता कैदियों में अच्छे आचरण वाले, उम्रदराज और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 100 कैदियों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर रिहा करने की पहल की है। इसके तहत 16 साल की सजा पूरी करने वाले 60 साल से अधिक उम्र के कैदियों के अलावा गंभीर बीमारियों से पीड़ित कैदी भी पात्र होंगे। इनकी पहचान सजा काटने के दौरान अच्छे आचरण के आधार पर की जाती है।
सूत्रों के मुताबिक जेल मुख्यालय ने राज्य सरकार को ऐसे चिन्हित कैदियों की सूची भेज दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक महानिदेशक, कारागार, आनन्द कुमार ने रिहाई के पात्र कैदियों का ब्यौरा राज्य सरकार को भेज दिया है। सरकार जल्द ही रिहाई के पात्र कैदियों की सूची के नाम तय करके इसे राज्यपाल को भेज देगी। नियमानुसार सरकार की संस्तुति पर रिहाई वाले कैदियों की सूची राज्यपाल की ओर से जारी की जाती है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव को लेकर लागू चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर सरकार, गणतंत्र दिवस पर रिहा किये जाने वाले कैदियों की सूची पर चुनाव आयोग से भी अनुमति लेगी।
जिन जेलों से कैदियों की रिहाई की जानी है उनमें लखनऊ की आदर्श जेल और नारी बन्दी निकेतन के अलावा वाराणसी, बरेली, आगरा, फतेहगढ़ और नैनी सेंट्रल जेल के साथ, जिला जेलों से भी पात्र कैदियों का चयन किया गया है।