Edited By Pooja Gill,Updated: 20 Oct, 2024 05:36 PM
PM Modi Visit Varanasi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे और यहां पर उन्होंने आरजे शंकर नेत्र अस्पताल का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन...
PM Modi Visit Varanasi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे और यहां पर उन्होंने आरजे शंकर नेत्र अस्पताल का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में किया शंकर नेत्र चिकित्सालय का लोकार्पण किया है।
मोदी से मिलने पहुंचे 300 बसों में लोग
आरजे शंकरा अस्पताल में कार्यक्रम में लगभग तीन सौ बसों से लोग पहुंचे थे। लोगों की जुबान पर हर-हर मोदी का नारा था। पूरे कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षाकर्मियों के साथ भाजपा कार्यकर्ता मौजूद हैं। उधर, वाराणसी एयरपोर्ट पर एक बड़ा टीवी डिस्प्ले लगाया दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के लाइव कवरेज को दिखाया जा रहा है।
पीएम ने कांची के शंकराचार्य से मुलाकात की
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां आरजे शंकरा नेत्र चिकित्सालय में प्रवेश किया जो कांची मठ से संचालित होता है। उन्होंने कांची के शंकराचार्य से मुलाकात की। इसके पहले प्रधानमंत्री ने पूर्व शंकराचार्य की प्रतिमा के समक्ष जाकर दर्शन-पूजन किया, जिसके बाद फीता काटकर नेत्र अस्पताल का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
30 हजार मरीजों की आंखों के नि:शुल्क ऑपरेशन का रखा लक्ष्य
संस्था से जुड़े लोगों के अनुसार इस नेत्र अस्पताल से पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 जिलों के अलावा बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों के मरीजों को सुविधा देने का लक्ष्य रखा गया है। कांची मठ से संचालित यह देश में 14वां अस्पताल है। संस्था के लोगों के अनुसार यहां प्रतिवर्ष 30 हजार मरीजों की आंखों के नि:शुल्क ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया है। इससे पहले, प्रधानमंत्री यहां लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पर पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित गणमान्य लोगों ने उनका स्वागत किया। काशीवासियों ने प्रधानमंत्री मोदी का ढोल-नगाड़ों और पुष्पवर्षा से स्वागत किया।