Edited By Ramkesh,Updated: 10 Apr, 2022 12:56 PM

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख राहुल गांधी के बयान का खंडन किया है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि राहुल गांधी अपना बिखरा हुआ घर बचाए। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कांग्रेस पार्टी ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया है। मायावती...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने राहुल गांधी के बयान का खंडन किया है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि राहुल गांधी अपना बिखरा हुआ घर बचाए। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कांग्रेस पार्टी ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया है। मायावती ने कहा राहुल गांधी के इस बयान उनकी जातिवादी भावना साफ दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाल खिसियानी बिल्ली जैसा हो गया है। कांग्रेस अपने बिखरे घर को संभाल नहीं पर रहे। बसपा के प्रति इनकी नफरत साफ नजर आ रही है। कांग्रेस बसपा पर गलत आरोप रही है किसी भी टिप्पणी करने से पहले राहुल को सोचना चाहिए।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और कांग्रेस नेता के. राजू की पुस्तक ‘द दलित ट्रूथ: द बैटल्स फॉर रियलाइजिंग अंबेडकर्स विजन' के विमोचन के मौके पर कहा था कि उनकी पार्टी ने मायावती को उत्तर प्रदेश के हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में गठबंधन करने और मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने बात तक नहीं की। राहुल ने यह दावा भी किया था कि सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और ‘पेगासस' के जरिये बनाये जा रहे दबाव के चलते मायावती दलितों के लिए नहीं लड़ पा रहीं और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को खुला रास्ता दे दिया है। मायावती ने कांग्रेस पर उसके शासनकाल के दौरान दलितों तथा अन्य उपेक्षित वर्गों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाने और उन्हें आरक्षण तथा अन्य सुविधाओं का भी पूरा लाभ नहीं देने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि बसपा पर आरोप लगाने से पहले राहुल को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के इसी रवैये की वजह से बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार में कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था उसके बाद आम्बेडकर के बताए रास्ते पर चलकर कांशीराम ने बसपा की स्थापना की थी जिसको कमजोर और खत्म करने के लिए शुरू से ही कांग्रेस हर हथकंडे का इस्तेमाल करती रही है। मायावती ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा ‘‘कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अपने बिखरे हुए घर को तो संभाल नहीं पा रहे हैं बल्कि बसपा की कार्यशैली पर उंगली उठा रहे हैं जिससे बसपा के प्रति उनकी जबरदस्त बौखलाहट और नफरत साफ नजर आती है। राहुल गांधी को दूसरों की चिंता करने के बजाय अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए। यह मेरी सलाह है।'' बसपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव (2012) सपा के साथ मिलकर लड़ी थी। उसके बावजूद वह भाजपा को सत्ता में आने से नहीं रोक सकी थी। इसका जवाब कांग्रेस को देना चाहिए।