Edited By Pooja Gill,Updated: 13 Dec, 2025 08:22 AM

Up Weather Today: उत्तर प्रदेश में शीतकालीन मौसम के बीच घने कोहरे का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के अनुसार, आगामी दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों विशेषकर पूर्वांचल...
Up Weather Today: उत्तर प्रदेश में शीतकालीन मौसम के बीच घने कोहरे का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के अनुसार, आगामी दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों विशेषकर पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। इसी के मद्देनज़र अगले 2-3 दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट तथा उसके बाद 2 दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में घना कोहरा
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को प्रदेश बरेली, गोरखपुर, अयोध्या, कुशीनगर, बलिया और बस्ती में घना कोहरा दर्ज किया गया जबकि मुरादाबाद और आज़मगढ़ में भी कोहरा दर्ज किया गया। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ एके सिंह ने बताया कि पश्चिमी हिमालयीय क्षेत्रों में संभावित पश्चिमी विक्षोभ, साथ ही प्रदेश में पुरवा हवाओं के प्रभाव और आंशिक बादलों के कारण अगले चार दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि तापमान में यह सुधार कोहरे की स्थिति पर कोई विशेष प्रभाव नहीं डालेगा क्योंकि निम्न क्षोभमंडलीय स्थिरता के चलते कई जिलों में कोहरा घना ही बना रहेगा।
IMD ने दी चेतावनी
चिकित्सकों ने चेतावनी दी है कि यह मौसम अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और श्वसन संबंधी रोगियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। सुबह के समय अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि आवश्यक होने पर ही सुबह यात्रा करें और वाहन की गति कम रखें। फॉग लाइट व लो बीम का उपयोग अवश्य करें। बुजुर्गों और बच्चों को ठंड व धुंध से बचाकर रखें। मौसम अपडेट नियमित रूप से प्राप्त करें। मौसम विभाग ने कहा कि कोहरे का यह दौर कम से कम अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा, इसलिए सतकर्ता और सावधानी ही सुरक्षित रहने का सर्वोत्तम उपाय है।
इन जिलों में अलर्ट जारी
घने कोहरे के लिए "ऑरेंज अलर्ट" के तहत पांच जिलों में कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, बलरामपुर और बहराईच शामिल हैं, जहां सुबह के समय दृश्यता नगण्य होने की उम्मीद है। "येलो अलर्ट" के तहत आठ जिलों में लखीमपुर, सीतापुर, श्रावस्ती, गोंडा, बस्ती, संत कबीरनगर, गोरखपुर और देवरिया शामिल हैं।