Edited By Pooja Gill,Updated: 29 Jun, 2025 02:48 PM

यूपी न्यूज: उत्तर प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां पर साहिबा बानो नाम की महिला एक व्यक्ति इंद्र कुमार तिवारी से खुशी तिवारी बनकर मिली थी। उसने खुद को ब्राह्मण लड़की दिखाया और इंद्र से संपर्क किया...
यूपी न्यूज: उत्तर प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां पर साहिबा बानो नाम की महिला एक व्यक्ति इंद्र कुमार तिवारी से खुशी तिवारी बनकर मिली थी। उसने खुद को ब्राह्मण लड़की दिखाया और इंद्र से संपर्क किया। इसके बाद उसे अपने प्यार के जाल में फंसाया और बात शादी तक पहुंच गई। वो शादी करने के लिए गोरखपुर आ गए। गोरखपुर में मंदिर के भीतर सिंदूर, जयमाला और शादी की रस्में पूरी की गईं। लेकिन, इंद्र को क्या पता था कि जिसने उस से शादी की वो ही कातिल निकलेगी।
अब जानिए पूरी कहानी
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के चरणों में बैठा एक शख्स बोल रहा था कि 'महाराज शादी नहीं हुई...उम्र 45 हो गई है… 18 बीघा जमीन है, लेकिन वंश कैसे आगे बढ़ेगा...?' यूपीके गोरखपुर की रहने वाली एक महिला साहिबा बानो रीलस को स्क्रॉल कर रही थी। तभी उसके सामने ये वीडियो आ गई। वो इस वीडियो पर ही ठहर गई। उसे इस वीडियो में इंद्र कुमार तिवारी का न तो बेबसी वाला चेहरा दिखा और न ही प्यार। उसे दिखी तो सिर्फ 18 बीघा जमीन। बस फिर यहीं से ही उसका खेल शुरू हो गया।
नाम बदलकर मिली महिला
जबलपुर के बढ़वार इलाके के रहने वाले इंद्र कुमार तिवारी से साहिबा बानो खुशी तिवारी बनकर मिली। उसने खुशी तिवारी नाम का फर्जी आधार कार्ड बनवाया, खुद को ब्राह्मण लड़की दिखाया और फिर इंद्र से संपर्क किया। उसने इंद्र की बेबसी का फायदा उठाया और उसे अपने प्यार के जाल में फंसाया। इंद्र तिवारी बहुत खुश था, उसे लगा शायद उसे नई जिंदगी मिल गई है। धीरे-धीरे बात शादी तक पहुंच गई। खुशी ने उसे गोरखपुर बुलाया। दोनों ने मंदिर में शादी कर ली। सिंदूर, जयमाला और शादी की रस्में पूरी की गईं।
शादी के कुछ घंटे बाद ही कर दिया कांड
मर्डर की प्लानिंग करके आई साहिबा बानों ने शादी के कुछ घंटों बाद ही इंद्र की जीवनलीला समाप्त कर दी। उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर इंद्र की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। फिर शव को कुशीनगर के हाटा थाना क्षेत्र के नाले के पास फेंक दिया। किसी को भी इस बात की खबर नहीं हुई। 6 जून को पुलिस को एक अज्ञात शव मिला। कई दिनों तक उसकी पहचान नहीं हुई। पोस्टर छपे, हेल्पलाइन नंबर जारी हुआ. इस बीच जबलपुर पुलिस ने गुमशुदगी के आधार पर संपर्क किया और हुलिए के मिलान से पुष्टि हुई कि मृतक इंद्र कुमार तिवारी ही हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। इसके बाद सर्विलांस, कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया रिकॉर्ड्स खंगाले गए। धीरे-धीरे साहिबा बानो का नाम सामने आया। पुलिस ने उसे और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि साहिबा बानो इंद्र की 18 बीघा जमीन हासिल करना चाहती थी। वो खुद को इंद्र की विधवा बताकर सारी जमीन हड़पने की प्लानिंग में थी। फिलहाल, पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।