ज्ञानवापी केस की सुनवाई करने वाले रवि कुमार दिवाकर को मिली जान से मारने की धमकी, हत्या की साजिश के खुलासे के बाद जज ने मांगी सुरक्षा

Edited By Ajay kumar,Updated: 22 Jun, 2024 07:47 AM

judge ravi kumar diwakar sought protection after murder plot was revealed

ज्ञानवापी केस की सुनवाई के बाद कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों से धमकी मिलने पर बरेली सेशन कोर्ट मे तैनात अपर जिला जज रवि कुमार दिवाकर जिला जज के जरिए प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर समुचित सुरक्षा मांगी है।

बरेली: ज्ञानवापी केस की सुनवाई के बाद कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों से धमकी मिलने पर बरेली सेशन कोर्ट मे तैनात अपर जिला जज रवि कुमार दिवाकर जिला जज के जरिए प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर समुचित सुरक्षा मांगी है। जज रवि कुमार दिवाकर ने इस पत्र में बताया है कि बनारस में तैनाती के दौरान भी उन्हें इस्लामिक आगाज मूवमेंट का धमकी भरा पत्र मिलने पर उन्होंने 8 जून 2022 को केस दर्ज कराया था। इस संगठन ने पत्र में उन्हें काफिर और बुतपरस्त हिंदू न्यायाधीश बताते हुए कहा था कि विवादित भारत का मुसलमान अच्छी तरह जानता है कि वह ज्ञानवापी मस्जिद को उग्रवादी हिंदुओं के पोषक, नरसंहारक और भारत के उग्रवादी प्रधानमंत्री के दबाव में मंदिर घोषित कर देंगे और मुगलों को आततायी लुटेरा बता देंगे। उग्रवादी संगठन आरएसएस और तमाम अनुषांगिक उग्रवादी संगठनों के साथ मोदी ने गुजरात की तरह यूपी में दंगा कराने की साजिश रच ली है।

भोपाल के अदनान खान को एटीएस ने किया गिरफ्तार, महत्वपूर्ण सुराग मिले
बता दें कि बृहस्पतिवार को ही लखनऊ सेशन कोर्ट के जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी की ओर से भी हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी को पत्र भेजकर इस्लामिक कट्टरपंथियों की ओर से जज रवि कुमार दिवाकर की हत्या की साजिश की जानकारी दी थी। पत्र में बताया गया था कि इंस्टाग्राम पर जज रवि कुमार दिवाकर के फोटो के साथ धमकी पोस्ट करने वाले भोपाल के अदनान खान को एटीएस ने गिरफ्तार किया, जिससे इस साजिश के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।

शाहजहांपुर में तैनात जज भाई की सुरक्षा वापस लेने का भी किया शासन को भेजे पत्र में जिक्र
जज रवि कुमार दिवाकर ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में शाहजहांपुर में तैनात सिविल जज सीनियर डिविजन एफटीसी के पद पर तैनात अपने छोटे भाई दिनेश कुमार दिवाकर की सुरक्षा वापस ले लिए जाने का भी जिक्र किया है। कहा है कि उनके भाई को शासनादेश के तहत सुरक्षा प्राप्त थी लेकिन एसपी शाहजहांपुर अशोक मीना ने मई में निजी रंजिश के कारण उनकी सुरक्षा वापस ले ली। क्योंकि उनके भाई ने न्यायिक मजिस्ट्रेट रहते विवेचकों की ओर से प्रस्तुत कई प्रार्थनापत्र निरस्त किए थे।

मुजफ्फरपुर पहुंची यूपी एटीएस ने दो लोगों से की पूछताछ
लखनऊ, अमृत विचार: न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर को जान से मारने की धमकी देने के मामले में एटीएस ने बिहार के मुजफ्फरपुर में पक्कीसराय क्षेत्र में छापेमारी की। इस दौरान पूर्व में अस्पताल संचालक रहे राशिद और दानिश नामक दो भाइयों के घरों में तलाशी ली और पुलिस मुख्यालय में घंटों पूछताछ की। एटीएस ने दोनों को तीन दिनों के अंदर लखनऊ स्थित एटीएस थाने में हाजिर होने का नोटिस भी दिया। इस मामले में एटीएस ने अदनान नामक युवक को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में राशिद नाम के व्यक्ति से संपर्क होने की जानकारी मिली थी।
 

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