Edited By Pooja Gill,Updated: 11 Jul, 2025 08:14 AM

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के पूरी तरह से पटरी से उतर जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग का प्रभार संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के पूरी तरह से पटरी से उतर जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग का प्रभार संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की नजर अपने विभाग के बजाय मुख्यमंत्री की कुर्सी पर है और इसी वजह से उनका महकमा बदहाल हो चुका है।
'अस्पताल में भर्ती मरीजों को चादर भी नहीं मिलती है'
कानपुर में निलंबित मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) हरदत्त नेमी के खिलाफ कार्रवाई पर अदालत के स्थगन आदेश के बाद उपजी स्थिति का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, "कानपुर में दो सीएमओ एक कुर्सी पर झगड़ पड़े तो पुलिस बुलानी पड़ गई। उप मुख्यमंत्री साहब अपनी नाकामी छुपाने के लिए छापेबाजी करके बैठ जाते है। असर कुछ होता नहीं है।" उन्होंने कहा, "अभी पिछले दिनों डिप्टी साहब (उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक) गोंडा के मेडिकल कॉलेज गए जहां हर तरफ अव्यवस्था थी। अस्पताल में डॉक्टर जींस-टीशर्ट पहने थे। मरीजों ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को चादर भी नहीं मिलती है। घर की शाल और कम्बल बिछाकर मरीज लेटे दिखाई पड़े। मंत्री जी ने फटकार तो बहुत लगाई, मगर उनके 37 मिनट के दौरे के बाद कुछ भी नहीं बदला। अस्पताल अपने ढर्रे पर आ गया।"
'मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करवाने को मजबूर हो रहे'
सपा प्रमुख ने राजधानी लखनऊ के साथ-साथ झांसी, पीलीभीत, फतेहपुर, हमीरपुर और उरई के अस्पतालों का जिक्र करते हुए उनमें व्यापक स्तर पर अव्यवस्था का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया, “सरकारी अस्पतालों में बदइंतजामी और बदहाली की वजह से मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करवाने को मजबूर हो रहे है। गलत इलाज से आए दिन मौतें होने पर हंगामा हो रहा है। मरीजों से पैसों की खुली लूट होने से लोग परेशान हैं।” सपा अध्यक्ष ने कहा कि 2027 के विधान चुनाव में भाजपा की विदाई से ही शिक्षा-स्वास्थ्य की व्यवस्था में सुधार आयेगा और जनता अगले विधानसभा चुनाव के इंतजार में है।