Edited By Ajay kumar,Updated: 31 Jan, 2020 03:17 PM
कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने बेरोजग़ारी और किसानों की आत्महत्या, गंगा यात्रा सहित सीएए और एनआरसी को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
प्रतापगढ़: कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने बेरोजग़ारी और किसानों की आत्महत्या, गंगा यात्रा सहित सीएए और एनआरसी को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बेरोजग़ारी के चलते देश में अबतक 21000 युवाओं ने जबकि 10000 किसानों ने आत्महत्या कर ली है जो सरकार के दामन पर एक कलंक है। तिवारी ने कहा कि जिस सरकार के कार्यकाल में 21000 से ज्यादा लोग बेरोजग़ारी के कारण आत्महत्या को मजबूर हो जाएं उस सरकार को जनता से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा सरकार ने देश को ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है जो देश और दुनिया की सेवा करता था वो नौजवान हमसे विदा ले रहा है।
बीजेपी की गंगा यात्रा पर कसा तंज
प्रमोद तिवारी ने गंगा यात्रा को लेकर तंज कसते हुए सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि गंगा मां से हमारी भी आस्था है। हम भी उनकी पूजा करते हैं। भारतीय जनता पार्टी के पास बताने के लिए कुछ नहीं है। राम मन्दिर का निर्णय हो गया है। एक ही शब्द है। उनके पास भव्य मंदिर बनेगा। अब गंगा मां में यात्रा हो रही है। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि उल्टी यात्रा क्यों हो रही है? बलिया से शुरू होकर इलाहाबाद आ रही है। इलाहाबाद से कालाकांकर होते हुए कानपुर जा रही है।
गंगा प्रवाह के विपरीत जो चलता है वो बह जाता है
तिवारी ने कहा कि गंगा के प्रवाह के विपरीत जो चलता है वो बह जाता है। मैं विनम्रता के साथ कह रहा हूं कि गंगा मइया के नाम पर जो बजट था उसका यूटिलाइजेशन समय से क्यों नहीं हुआ? और जो यूटिलाइजेशन हुआ उसका परिणाम क्यों नही मिला? इन दोनों का कोई दोषी है तो उत्तर प्रदेश की और भारत की सरकार ही है।
सीएए और एनआरसी संविधान के खिलाफ
सीएए और एनआरसी के आंदोलन पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि ये दोनों ही भारत के संविधान के खिलाफ है। मैं दोनों का विरोध करता हूं और हर उस आंदोलन का समर्थन करता हूं जो शांतिपूर्वक हो रहा है। सरकार की इस बात की निंदा करता हूं कि लोकतंत्र संवाद होना चाहिए । अगर कोई आंदोलनरत है तो उससे वार्ता होनी चाहिए। उस पर लाठियां नहीं चलनी चाहिए। उसे जेल की सलाख़ों में नहीं बन्द करना चाहिए।
भाजपा की आत्मा में हिटलर की आत्मा प्रवेश कर गई है
प्रमोद तिवारी ने कहा कि जिस मंच पर देश के गृहमंत्री बैठे हों और उनके मंत्री गोली मारने की बात करते हैं। कहीं न कहीं इस भाषा के प्रयोग में उनकी भी हिस्सेदारी है। कहा जा रहा है जूता मारकर हम आंदोलन को खत्म कर देंगे, हाथी से कुचलवा देंगे, जिंदा दफन कर देंगे। क्या भाजपा की आत्मा में हिटलर की आत्मा प्रवेश कर गई है?