Edited By Anil Kapoor,Updated: 22 May, 2023 09:01 AM
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) जिले में एक मारपीट (Beating) का मामला सामने आया है। जहां बाजार में दुकान के सामने गाड़ी (Car) खड़ी करने पर विवाद हो गया। जिसके बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में तैनात डिप्टी सेक्रेटरी धनंजय...
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) जिले में एक मारपीट (Beating) का मामला सामने आया है। जहां बाजार में दुकान के सामने गाड़ी (Car) खड़ी करने पर विवाद हो गया। जिसके बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में तैनात डिप्टी सेक्रेटरी धनंजय कुमार (Dhananjay Kumar) व उनके परिवार से गाजियाबाद (Ghaziabad) में मारपीट की गई। मारपीट के बाद दुकानदार (Shopkeeper) व उसके परिवार के खिलाफ थाना शालीमार गार्डन में शिकायत (Complaint) दी गई है। वहीं विवाद के बाद हुई मारपीट में डिप्टी सेक्रेटरी (Deputy Secretary) की पत्नी (Wife) और बेटी (Daughter) को चोटें आई हैं।
सूचना मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी धनंजय कुमार को परिवार सहित पीटा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मारपीट का यह मामला साहिबाबाद क्षेत्र में वृंदावन गार्डन है। जहां सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में तैनात डिप्टी सेक्रेटरी धनंजय कुमार शिल्पा अपार्टमेंट में अपने परिवार के साथ रहते हैं। धनंजय कुमार की पत्नी मंजू कुमारी ने बताया कि रविवार शाम लगभग साढ़े 7 बजे हम सभी शालीमार गार्डन मार्केट में आए थे। करुणा जनरल स्टोर के पास हमने गाड़ी खड़ी कर दी। जब कुछ देर घुमने के बाद गाड़ी के पास वापस आए तो वहां खड़े दुकान मालिक ने गाली-गलौज शुरू कर दी। मंजू कुमारी ने बताया कि जब हमने दुकानदार की इस बात का विरोध किया तो सभी ने हमारे साथ मारपीट शुरू कर दी। मेरे एवं दोनों बेटियों को बाल खींचकर मारना शुरू कर दिया। जबकि पति धनंजय कुमार को सीढ़ियों से धक्का मारकर नीचे गिरा दिया। मारपीट में मंजू के हाथ में चोट आई हैं। वहीं बेटी की अंगुली में चोट है और उसकी जीन्स फट गई।
गाजियाबाद पुलिस की महिला सेल ने नहीं उठाया हमारा फोन: पीड़िता
आपको बता दें कि डिप्टी सेक्रेटरी धनंजय कुमार की पत्नी मंजू ने आगे बताया कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी पक्ष ने खुद ही अपनी दुकान का सामान बिखेर दिया और ये चिल्लाना शुरू कर दिया कि हम दुकान में चोरी करने के लिए घुसे थे। पीड़िता मंजू कुमारी ने कहा कि जब हमने पुलिस को फोन किया तो गाजियाबाद पुलिस की महिला सेल ने हमारा फोन भी नहीं उठाया। अब हम हम इस मामले की शिकायत महिला आयोग में भी करेंगे।