Edited By Pooja Gill,Updated: 22 Sep, 2024 12:49 PM
Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले दो महीनों से भेड़ियों ने अपने हमलों से आतंक मचा रखा है। अभी लोग भेड़ियों की इस दहशत से नहीं निकले थे, कि इसी बीच अब अनजान जंगली जानवर ने दहशत फैला दी है...
Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले दो महीनों से भेड़ियों ने अपने हमलों से आतंक मचा रखा है। अभी लोग भेड़ियों की इस दहशत से नहीं निकले थे, कि इसी बीच अब अनजान जंगली जानवर ने दहशत फैला दी है। दरअसल, शुक्रवार की रात जंगली जानवर ने दो थाना क्षेत्रों में मवेशियों को निवाला बनाया। मटेरा में जहां बछड़े को मक्के के खेत में तो वहीं कोतवाली देहात में एक साल की बछिया को मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यह हमला भेड़ियों ने किया है। लेकिन, वन विभाग ने भेड़ियों द्वारा हमला किए जाने की अभी तक पुष्टि नहीं की है। इस हमले का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
छोटे मवेशियों को बना रहे है निशाना
जानकारी के मुताबिक, रिसिया की ग्राम पंचायत करौंदा के मजरा भगगडवा निवासी प्यारे चौहान के घर के बाहर बंधे बछड़े को शुक्रवार की रात जंगली जानवर उठा ले गया। जानवर ने उसे गांव से लगभग 50 मीटर दूरी पर मक्के के खेत में निवाला बनाया। सुबह बछड़े का आधा खाया हुआ शव मिला। वहीं, कोतवाली देहात क्षेत्र की ग्राम पंचायत मोहरना निवासी बैजनाथ यादव शुक्रवार की रात अपनी एक साल की बछिया को घर के बाहर बांधकर सो गए थे। सुबह जब उठे तो बछिया का आधा खाया हुआ क्षत विक्षत शव पड़ा मिला। दोनों शव मिलते ही गांव में भेड़िये के हमले की अफवाह फैल गई और ग्रामीण दहशत में आ गए। कई ग्रामीणों ने बताया कि जिस हिसाब से शव को खाया गया वह भेड़िये का खाया है। सहमे ग्रामीणों ने घटना की सूचना वन विभाग को दी। ग्रामीणों ने बताया कि सूचना के बाद भी मौके पर कोई वन कर्मी नहीं आया।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
गांव वालों का कहना है कि यह हमले भेड़ियों द्वारा ही किए गए है। एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है। जिसमें दो जंगली जानवर एक बकरी को अपना शिकार बना रहे है। लोग उन्हें भेड़िया बता रहे है, लेकिन वन विभाग ने अभी तक भेड़िये के द्वारा घटना की पुष्टि नहीं की है। जंगली जानवरों के हमले की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। जिसके बाद लोग दहशत में है। वन विभाग की महसी तहसील के तीनों सेक्टरों में लगातार टीमें सक्रिय हैं और कांबिंग कर पगचिह्नों की तलाश कर रही हैं। दो थर्मल ड्रोन व ट्रैप कैमरों से भी तलाश की जा रही है। साथ ही ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।