Edited By Ramkesh,Updated: 11 Nov, 2024 04:42 PM
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) प्री, समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ एआरओ) की परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर कराने के निर्णय के विरोध में प्रतियोगी छात्रों के साथ पुलिस के रवैये को लेकर अखिलेश ने कड़ी नाराजगी...
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) प्री, समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ एआरओ) की परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर कराने के निर्णय के विरोध में प्रतियोगी छात्रों के साथ पुलिस के रवैये को लेकर अखिलेश ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि, "ये जो लाठी चला रहे हो जैसी सेवा कर रहे हो वैसी सेवा आपको भी कभी कभी मिलेगी, नौजवान छात्र जो मांग लेकर गए उन्हें लाठी मारी गई है उनकी आवाज को दबाई जा रही है। ये सफल नहीं होगी। अखिलेश कहा कि इनके पास अब अधिकारियों के अलावा कोई नहीं बचा है।
पीसीएस परीक्षा एक पाली में कराने की मांग कर रहे अभ्यर्थी
दरअसल, लोक सेवा आयोग (यूपीपीएसपी) द्वारा पीसीएस प्री और आरओ-एआरओ की परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर कराने का निर्णय लिया है। इसके विरोध ने यूपीपीएससी ने पांच नवंबर को घोषणा की थी कि आरओ और एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को तीन पालियों में आयोजित की जाएगी। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा सात और आठ दिसंबर को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। यूपी पीसीएस और आरओ-एआरओ की परीक्षा में दो पाली में कराने के बयाज एक पाली में परीक्षा कराने की मांग कर रहे है। इसे लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
पुलिसकर्मियों ने छात्रों को लोक सेवा आयोग के गेट पर आने से रोका
उप्र लोक सेवा आयोग के आसपास भारी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने छात्रों को गेट नंबर दो की तरफ आने से रोका, लेकिन छात्र-छात्राओं की भीड़ धक्का मुक्की करते हुए गेट के पास पहुंची और नारेबाजी शुरू की। पुलिस ने छात्रों को तितर बितर करने के लिए उन्हें खदेड़ा, लेकिन आंदोलनरत छात्र फिर से वहां एकत्रित हो गए।
लोकतांत्रिक ढंग से धरना करने की पुलिस कर रही थी अपील
पुलिस उपायुक्त (नगर) अभिषेक भारती ने कहा, “प्रतियोगी छात्रों को लोकतांत्रिक ढंग से, तय धरना स्थल गिरिजाघर सिविल लाइंस पर जाकर विरोध प्रदर्शन करने का अनुरोध किया गया है। काफी छात्र वहां चले भी गए हैं, लेकिन कुछ छात्र अभी आयोग के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।” प्रतियोगी छात्र अंकित पटेल ने कहा कि छात्र पूर्व की तरह एक ही पाली में परीक्षा चाहते हैं जिसके लिए यह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। प्रतियोगी छात्रा मनोरमा सिंह ने कहा कि आयोग द्वारा दो दिन में परीक्षा कराना नियम के खिलाफ है।
सात और आठ तारीख को पीसीएस प्री की होगी परीक्षा
उनके मुताबिक, अधिसूचना में आयोग ने इस बात का जिक्र नहीं किया था कि परीक्षा दो दिनों में कराई जाएगी तथा छात्र चाहते हैं कि एक ही दिन में परीक्षा संपन्न कराई जाए। आयोग ने पिछले मंगलवार को इन परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा की। जहां पीसीएस प्री की परीक्षा के लिए सात और आठ दिसंबर की तिथि घोषित की गई है, वहीं समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ..एआरओ) प्री की परीक्षा के लिए 22 और 23 दिसंबर की तिथि घोषित की गई है।