Edited By Anil Kapoor,Updated: 14 Apr, 2025 08:04 AM

Mahoba News: आपने ये फिल्म 'मिस्टर एंड मिसेस खिलाड़ी' जरूर देखी होगी, जिसमें ससुर अपनी बेटी की शादी के बदले दामाद से एक करोड़ रुपए मांगता है। ऐसा ही मामला सामने आया है बुंदेलखंड के महोबा में। जो एक फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि वो हकीकत है जो एक व्यक्ति...
Mahoba News(अमित श्रोती): आपने ये फिल्म 'मिस्टर एंड मिसेस खिलाड़ी' जरूर देखी होगी, जिसमें ससुर अपनी बेटी की शादी के बदले दामाद से एक करोड़ रुपए मांगता है। ऐसा ही मामला सामने आया है बुंदेलखंड के महोबा में। जो एक फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि वो हकीकत है जो एक व्यक्ति पर गुजरी है और जिसे सुनने वाला हर कोई हैरान है।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, एक पति अपनी पत्नी को घर लाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। शहर कोतवाली के बाहर शिकायती पत्र लेकर एक शख्स शहजाद अपने टूटे हुए सपनों और बिखरे हुए परिवार को जोड़ने की आखिरी कोशिश करता नजर आया। शहजाद की शादी जनपद जालौन के निवासी नसीर और जुबैदा की बेटी तबस्सुम से कुछ वर्ष पूर्व हुई थी। शुरुआत में सब कुछ सामान्य रहा, 2 बच्चों की किलकारियों ने उनके घर को रौशन किया। मगर वक्त ने करवट ली और तबस्सुम के मायके जाने के बाद उसका लौटना एक सौदे की शर्त बन गया।
बीवी के बदले मांगे 5 लाख रूपए
शहजाद का आरोप है कि उसके ससुर नसीर ने तबस्सुम को ढाई साल पहले मायके बुलाया और फिर वापस नहीं भेजा। जब-जब उसने अपनी पत्नी को घर लाने की कोशिश की, तब-तब उससे पैसों की मांग की गई, कभी थोड़ा, कभी ज्यादा। और अब मांग है पूरे 5 लाख रुपये की। शहजाद का कहना है कि मैं कोई फिल्मी हीरो नहीं, जो हर बार लाखों रुपए दे सकूं। मैं एक आम इंसान हूं, मेहनत-मजदूरी से सिर्फ परिवार पाल सकता हूं। शहजाद की यही पीड़ा अब पुलिस थाने तक पहुंच चुकी है। उसने पुलिस से अपनी बीवी और बच्चों को वापस लाने की गुहार लगाई है। पुलिस ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
ससुराल का फरमान सुनकर टूटा दामाद, पुलिस से लगाई गुहार
आपको बता दें कि यह कहानी सिर्फ शहजाद की नहीं, उन सभी मजबूर पतियों की है जो अपने हक के रिश्तों को पैसों की नीलामी से बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। अब सवाल यह है कि क्या ससुरालवालों की लालच के आगे एक पिता, एक पति, और एक इंसान की भावनाएं हार जाएंगी? या फिर कानून और इंसाफ उसका साथ देंगे? फिलहाल शहजाद को इंसाफ मिलेगा या नहीं, यह वक्त बताएगा। मगर उसकी आंखों में अब भी अपनों को वापस पाने की उम्मीद बाकी है।