बेबी रानी मौर्य, जितिन प्रसाद के नाम पर लगी मुहर, कैबिनेट मंत्री बनना तय

Edited By Ramkesh,Updated: 26 Sep, 2021 03:07 PM

yogi government will expand the cabinet before the 2022 up assembly elections

उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने का समय बचा हुआ है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार कर नये चेहरे को मौका देने जा रही है। भाजपा के सहयोगी संजय निषाद को मंत्री बनाया जा सकता है। शाम पांच बजे...

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने का समय बचा हुआ है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार कर नये चेहरे को मौका देने जा रही है। भाजपा के सहयोगी संजय निषाद को मंत्री बनाया जा सकता है। राजभवन में इसकी तैयारियां पूरी की जा चुकी है।  बेबी रानी मौर्य को कैबिनेट मंत्री, जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री, बाकी को राज्य मंत्री में शामिल किया जाएगा। 

बता दें  कि  छह से सात मंत्री योगी कैबिनेट में शामिल किये जा सकते हैं। संभावित मंत्रियों में धर्मवीर प्रजापति, छत्रपाल गंगवार, जितिन प्रसाद, संगीता बलवंत बिंद, छत्रपाल गंगवार, संजय गौड़ के मंत्री बनने की संभावना है। इसके अलावा बेबी रानी मौर्य को भी जगह मिल सकती हैं। वहीं, संगीता बलवन्त बिंद की बात करें तो गाजीपुर जिले की सदर सीट से विधायक हैं। पिछड़ी जाति बिंद समाज से आती हैं। पहली बार विधायक चुनी गई हैं। छात्र राजनीति और पंचायत की राजनीति से सक्रिय राजनीति में आईं। संगीता युवा नेता हैं और करीब 42 साल की हैं। संजीव कुमार उर्फ संजय सिंह गौड़ सोनभद्र जिले की ओबरा सीट से बीजेपी के विधायक हैं। वे अनुसूचित जनजाति समाज से आते हैं। पहली बार विधायक चुने गए हैं और बीजेपी के युवा नेता हैं और करीब 46 साल के हैं।

 ब्राह्मण समाज के बड़े नेता है जितिन प्रसाद 
जितिन प्रसाद की बात करें तो वे हाल ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी आए हैं। यूपी में ब्राह्मण समाज के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और यूपी कांग्रेस के बड़े नेता हैं। इससे पहले दो बार सांसद रहें, यूपीए एक और दो में केंद्र सरकार में राज्यमंत्री रहें हैं। 2004 में शाहजहांपुर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बनें।  2008 में केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री बनाए गए। 2009 में परिसीमन के बाद धौरहरा से लड़े और दूसरी बार सांसद बने। यूपीए 2 में सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और मानव संसाधन विभाग में राज्यमंत्री रहें। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में धौरहरा से चुनाव हारे। 2017 के विधानसभा चुनाव में शाहजहांपुर की तिलहर विधानसभा सीट से चुनाव हारे। इनके पिता जितेन्द्र प्रसाद भी 4 बार शाहजहांपुर के सांसद रहे। राजीव गांधी और पी.वी.नरसिम्हा राव के राजनितिक सलाहकार रहे हैं। जितेन्द्र यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे थे। जितेन्द्र प्रसाद 2000 में सोनिया गांधी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था। 

धर्मवीर प्रजापति के सहारे ओबीसी वोट को पाने की जुगत में भाजपा 
धर्मवीर प्रजापति विधान परिषद के सदस्य हैं। जनवरी 2021 में विधान परिषद सदस्य बने ये पश्चिमी यूपी से हैं और ओबीसी समाज से आते हैं। वर्तमान में माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष हैं. प्रदेश बीजेपी में कई अहम पदों पर रह चुके हैं। छत्रपाल सिंह गंगवार जिनकी मंत्री बनने की संभवना है वे, बरेली जिले की बहेड़ी विधानसभा सीट से विधायक हैं। 2017 में दूसरी बार विधायक चुने गए थे। ओबीसी हैं और कुर्मी समाज से आते हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं और करीब 65 साल के हैं। 1980 से RSS में हैं, RSS के प्रचारक रह चुके हैं। 

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