Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 20 Jan, 2020 05:15 PM

नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) को लेकर यूपी में सियासत तेज है। दिल्ली के शाहीन बाग और अन्य हिस्सों में लगातार प्रदर्शन जारी है। इस पर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने शाहीन बाग और देश के अन्य राज्यों में कांग्रेस की गंदी राजनीति का शिकार हुए...
लखनऊः नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) को लेकर यूपी में सियासत तेज है। दिल्ली के शाहीन बाग और अन्य हिस्सों में लगातार प्रदर्शन जारी है। इस पर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने शाहीन बाग और देश के अन्य राज्यों में कांग्रेस की गंदी राजनीति का शिकार हुए लोग धरना दे रहे है।
उन्होंने कहा कि जो लोग इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध कर रहे है। उन्हें हम बताना चाहते है कि वो लोग तब कहा थे। जब 1990 में कश्मीरी पंडितों जबरन निकाला जा रहा था, वहीं हजारों कश्मीरी पंडितों को मारा जा रहा था।
रिजवी ने कहा कि जब 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी, उस वक्त दिल्ली की सड़कों पर सिखों का कत्ल कर लाल कर दिया गया। उस वक्त अगर लोग जागरूक होते तो हजारों कश्मीरी पंडितों और सिखों को बचाया जा सकता था। रिजवी ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों को रात में धरने पर बैठाने वालों को चूड़ियां पहन लेना चाहिए।