Edited By Ramkesh,Updated: 24 Aug, 2025 06:13 PM

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि सिख गुरुओं ने अपना बलिदान देकर सनातन की रक्षा की। योगी ने रविवार को यहां पैडलेगंज स्थित गुरुद्वारा में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास में वही जाति और कौम जीवित रहती...
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि सिख गुरुओं ने अपना बलिदान देकर सनातन की रक्षा की। योगी ने रविवार को यहां पैडलेगंज स्थित गुरुद्वारा में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास में वही जाति और कौम जीवित रहती है, जो अपने पूर्वजों के शौर्य, पराक्रम और बलिदान को जीवन का हिस्सा बनाती है।
सिख गुरुओं ने सदैव सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सिख गुरुओं ने सदैव सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी वीरता, त्याग और बलिदान देश की आत्मा में आज भी जीवित है।'' इस अवसर पर उन्होंने पर्यटन विकास कार्यों, गुरुद्वारा भवन के नए स्वरूप और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार कार्यों का लोकार्पण किया। पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश पर्व पर आयोजित समागम में मुख्यमंत्री ने गुरुवाणी सुनी और संगत में शामिल हुए। गुरुद्वारा समिति की ओर से उन्हें प्रतीक चिह्न और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख गुरुओं की परंपरा अनुपम और अटूट रही है।
गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को देश हमेशा याद करेगा
गुरु नानक देव जी से लेकर गुरु गोविंद सिंह जी महाराज तक, हर गुरु ने सनातन धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया। उन्होंने कहा कि जब भी भारतीय संस्कृति पर संकट आया, सिख गुरुओं ने आगे बढ़कर अपने बलिदान से उसे बचाया। योगी ने विशेष रूप से गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को याद किया। उन्होंने कहा कि उनके बलिदान के 350वें वर्ष में देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास से नगर कीर्तन और कीर्तन पाठ के जरिये इस आयोजन की शुरुआत हुई। इसी तरह गुरु नानक देव जी महाराज के 550वें प्रकाश पर्व पर भी मुख्यमंत्री आवास पर पहली बार गुरुवाणी का आयोजन हुआ था। योगी ने गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चार साहिबजादों बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान को याद किया।
सिख संगत की आस्था का केंद्र रहा
उन्होंने कहा कि उनका बलिदान भारतीय इतिहास का गौरवशाली अध्याय है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पैडलेगंज का यह गुरुद्वारा वर्षों से सिख संगत की आस्था का केंद्र रहा है। पहले यहां सुविधाओं का अभाव था, लेकिन अब पर्यटन विभाग और सरकार की मदद से इसे आधुनिक स्वरूप प्रदान किया गया है। योगी ने गोरखपुर में सिख समुदाय की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह आयोजन पूर्वी उत्तर प्रदेश के सिख समुदाय को एकजुट करने का अवसर है।
इस दौरान सांसद रवि किशन शुक्ला, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास समेत गुरुद्वारा कमेटी के वरिष्ठ सदस्य एवं सिख समुदाय के कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।