Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Jun, 2022 11:48 AM
औद्योगिक नगरी कानपुर के बिल्हौर थाने में तैनात सिपाही की बुधवार देर रात गला रेत कर हत्या कर दी गई। अगले दिन साथी सिपाही ने कमरे में सिपाही का खून से लथपथ शव देखा तो उसने तुरंत इसकी सूचना...
कानपुर: औद्योगिक नगरी कानपुर के बिल्हौर थाने में तैनात सिपाही की बुधवार देर रात गला रेत कर हत्या कर दी गई। अगले दिन साथी सिपाही ने कमरे में सिपाही का खून से लथपथ शव देखा तो उसने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सिपाही के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना की जानकारी मिलते ही बिल्हौर थाने की पुलिस, एसपी आउटर, सीओ और फोरेंसिक टीम मौके का मुआयना किया।
जानिए क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, बिल्हौर कोतवाली में तैनात सिपाही देश दीपक पास के ब्रह्मनगर में किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। रोज की तरह बुधवार शाम अपने कमरे में आ गए थे। मूलरूप से फिरोजाबाद के दयापुर पोस्ट पहाड़न निवासी 30 वर्षीय सिपाही देश दीपक कोतवाली में वर्ष 2019 से तैनात है और गैर जनपद में तामीला का कार्य देखते थे। उसका रूम पार्टनर वीआईपी ड्यूटी पर गया हुआ था। आज सुबह कांस्टेबल ने देशदीपक को फोन किया, लेकिन कॉल नहीं उठने पर साथी कांस्टेबल कमरे में पहुंचा तो दंग रह गया। उसने देखा की देशदीपक का खून से लथपथ शव बेड पर पड़ा हुआ था। बता दें कि सिपाही की 22 अप्रैल को शादी हुई थी. कुछ दिन पहले ही शादी की छुट्टी पूरी करके ड्यूटी पर लौटा था।
इस बारे में कस्बा प्रभारी आलोक तिवारी ने बताया कि गुरुवार सुबह सिपाही के स्वजन ने कोतवाली में सूचना दी कि उनका मोबाइल फोन बुधवार से स्विच ऑफ बता रहा है। इस पर वह कोतवाली से सौ मीटर दूर ब्रह्म नगर स्थित सिपाही के कमरे पर पहुंचे तो कमरे में बाहर से ताला बंद मिला। अंदर पंखा चलने की आवाज पर अनहोनी की आशंका से कमरा खुलवा कर देखा तो चारपाई पर लहूलुहान हालत में सिपाही का शव पड़ा था। उसके गले पर धारदार हथियार से जख्म के निशान मिले।
क्या कहती है पुलिस?
इंस्पेक्टर अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि फील्ड यूनिट व डॉग स्क्वायड को मौके पर बुलाया गया है। स्वजन को सूचना दी गई है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। सिपाही की हत्या किसने और क्यों की पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है। एसपी आउटर ने बताया कि हत्यारे ने गमछे से पहले गर्दन कसी इसके बाद धारदार हथियार से गर्दन रेतकर हत्याकांड को अंजाम दिया। मृतक सिपाही के गले में गमछा कसा हुआ था। नृशंस हत्याकांड को देखकर अफसर भी दंग हैं कि आखिर कांस्टेबल की हत्या किसने और क्यों की है।