Edited By Ramkesh,Updated: 15 Jul, 2022 02:39 PM
कानपुर में नूपुर शर्मा के बयान पर भड़की हिंसा में दंगाइयों ने देश को विश्व पटल पर बदनाम करने की साजिश रची थी। जिसका मुख्य उद्देश्य मुस्लिम देशों में भारत को नाम बदनाम करने का था। नूपुर शर्मा को महज एक बहाना था। मामले की जांच कर रही है एसआईटी ने...
कानपुर: कानपुर में नूपुर शर्मा के बयान पर भड़की हिंसा में दंगाइयों ने देश को विश्व पटल पर बदनाम करने की साजिश रची थी। जिसका मुख्य उद्देश्य मुस्लिम देशों में भारत को नाम बदनाम करने का था। नूपुर शर्मा को महज एक बहाना था। मामले की जांच कर रही है एसआईटी ने बताया कि दंगाइयों ने देश को बदनाम करने की साजिश रची थी जिसमे वो सफल नहीं हो सके। सूत्रों की मानें तो इस घटना में विदेश से फंडिंग हुई थी। हालांकि मामले की जांच कर रही एसआई ने कानपुर पुलिस की मदद से 18 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी से उपद्रवियों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जा रही है। अब तक मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी, मुख्तार बाबा और बिल्डर वसी समेत 62 आरोपियों को जेल भेजा गया है।
बता दें कि मोहम्मद आजाद, शेरा, सफी, अलीशान, सैय्यद अब्दुल हई हाशमी, सरवर आलम, मुख्तार बाबा का बेटा महमूद उमर, हमजा, मोहम्मद राशिद, अब्दुल शकील, जीशान एवेंजर्स, इशरत अली।अफजाल उर्फ जावेद कुरैशी, सबलू उर्फ एजाजुद्दीन, अकील खिचड़ी, परवेज उर्फ चिकना, इखलाख अहमद डेविड, शहरयान, इन लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए हैं।