स्कूल में मिला जिंदगी भर का दर्द: टीचर ने छठी क्लास के बच्चे को डंडा फेंककर मारा, दो ऑपरेशन के बाद भी नहीं लौटी आंख की रोशनी

Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 Sep, 2024 12:14 AM

teacher hit a sixth class student with a stick his eyesight

शिक्षक ने बच्चे को डंडा फेंक कर मारा। इससे छात्र ने अपनी बाईं आंख की रोशनी खो दी। दो बार ऑपरेशन के बाद जब चिकित्सकों ने हाथ खडे़ कर दिए तो पीड़ित छात्र की मां ने न्याय की गुहार के लिए सीडब्लूसी का दरवाजा खटखटाया। इससे पहले शिक्षक ने मामले में सुलह...

Kaushambi News, (कुलदीप): उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में टीचर की क्रूरता का एक बड़ा मामला सामने आया है। मंझनपुर ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय नेवारी के हेड अध्यापक शैलेंद्र तिवारी ने छात्र के साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया है। दरअसल, शिक्षक ने बच्चे को डंडा फेंक कर मारा। इससे छात्र ने अपनी बाईं आंख की रोशनी खो दी। दो बार ऑपरेशन के बाद जब चिकित्सकों ने हाथ खडे़ कर दिए तो पीड़ित छात्र की मां ने न्याय की गुहार के लिए सीडब्लूसी का दरवाजा खटखटाया। इससे पहले शिक्षक ने मामले में सुलह समझौता के लिए पीड़ित परिवार को 10 लाख का फर्जी चेक थमा दिया था। डीएम मधुसूदन हुल्गी के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी टीचर शैलेन्द्र तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामला करारी थाना क्षेत्र के नेवारी का है।
PunjabKesari
बता दें कि नेवारी गांव की रहने वाली श्रीमती ने बताया कि उनका बेटा आदित्य कुशवाहा उच्च प्राथमिक विद्यालय नेवारी में छठी कक्षा का छात्र है। 9 मार्च 2024 को जब वह स्कूल पढाई करने गया था तभी किसी बात से नाराज हेड अध्यापक ने छात्र को डंडा फेंक कर मार दिया। यह डंडा छात्र के बांईं आंख में जा लगा। इस कारण आंख से खून आने लगा। घटना की शिकायत उसने पुलिस से की थी। उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया। घटना की शिकायत पर बीएसस के निर्देश पर जांच कराई गई। जिसमें 15 अप्रैल 2024 को आई जांच रिपोर्ट में इसे सत्य पाया गया। इसके बावजूद मामले को लेकर कोई कार्यवाई नहीं की गई। इस दौरान पीड़ित परिजनों ने किशोर का इलाज सद्गुरू नेत्र चिकित्सालय जानकीकुंड, चित्रकूट में कराया। चिकित्सकों ने उसका दो बार आपरेशन किया। गंभीर जख्म होने के कारण डॉक्टरों ने आंख में रोशनी आने से इंकार कर दिया।
PunjabKesari
बच्चे के इलाज को लेकर दर-दर की ठोकर खा रहे पीड़ित परिजनों के दर्द में मरहम लगाने की जगह शिक्षक ने एक बार फिर जालसाजी की। आरोपी शिक्षक ने सुलह-समझौता के नाम पर पीड़ित परिजनों को फर्जी 10 लाख रुपये का चेक थमा दिया। इसके बाद न्याय की दरकार लेकर पीड़ित छात्र की मां ने सीडब्लूसी का दरवाजा खटखटाया। मामला डीएम के संज्ञान में आया तो सोमवार को आरोपी हेड अध्यापक शैलेन्द्र तिवारी के खिलाफ धारा 326 के तहत केस दर्ज किया गया। वहीं बीएसए कमलेंद्र कुमार कुशवाहा ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में है। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी से जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपी टीचर के खिलाफ आगे की विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!