Edited By Ramkesh,Updated: 17 Jun, 2024 07:18 PM
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एनसीईआरटी) की 12 वीं कक्षा की नई किताब में बाबरी मस्जिद और गुजरात के चैप्टर को हटा दिया गया है। इससे पहले मुगल...
बरेली: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एनसीईआरटी) की 12 वीं कक्षा की नई किताब में बाबरी मस्जिद और गुजरात के चैप्टर को हटा दिया गया है। इससे पहले मुगल बादशाहों के इतिहास को भी किताब के पन्नों से हटाया गया। साथ ही इस्लाम के उदय के चैप्टर को भी हटा दिया गया है। इस तरह से इतिहास के साथ छेड़छाड़ करना और ऐतिहासिक बातों को किताब से हटाना बहुत ही अफसोस जनक बात है।
मौलाना ने आगे कहा कि इस तरह के काम करने के तरीकों से ये जाहिर होता है कि एनसीईआरटी में बैठे हुए लोग मुसलमानों के निशान को हटाना चाहते हैं। एक खास नजरिया व सोच को बढ़ावा दे रहे हैं। मगर ये बहुत दिन चलने वाला नहीं है। शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि इतिहास तो इतिहास ही होता है, उसको जितना दबाओगे वो उतना ही उभर कर सामने आएगा। इतिहास को धुंधला करने वाले लोग कभी भी कामयाब नहीं हुए हैं। मौजूदा दौर के इतिहासकार अपनी एक नई विचारधारा के साथ देश में नया इतिहास गड़ना चाहते हैं, उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकती।
बता दें कि एनसीईआरटी ने पाठ्यपुस्तकों में कुछ बदलाव किया है। एनसीईआरटी की नई किताबें बाजार में आई हैं। इनमें कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की किताब में बाबरी मस्जिद का जिक्र नहीं है और इसे तीन गुंबद ढांचा बताया गया है।