Edited By Ajay kumar,Updated: 27 Nov, 2022 11:35 PM

संविधान दिवस के अवसर पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि हम अधिकारों की बात तो करते हैं परंतु अधिकार तब तक नहीं मिल सकते जब तक उससे जुड़े व्यक्ति अपने कर्तव्य का पालन न करें।
लखनऊ: संविधान दिवस के अवसर पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि हम अधिकारों की बात तो करते हैं परंतु अधिकार तब तक नहीं मिल सकते जब तक उससे जुड़े व्यक्ति अपने कर्तव्य का पालन न करें।शनिवार को लोक भवन के सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में विचार प्रकट करते हुए संसदीय कार्य मंत्री ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के एक वक्तव्य को कोट करते हुए कहा कि संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, उसे लागू करने वाले की मंशा और कार्य करने की शैली प्रभावी रहती है।
सुरेश कुमार खन्ना की अध्यक्षता में संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित इस मुख्य कार्यक्रम में संविधान की आत्मा 'उद्देशिका' का भी पाठन किया गया। कार्यक्रम में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी एवं राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, सतीश शर्मा, अनूप प्रधान बाल्मीकि, रजनी तिवारी, राकेश राठौर, संजीव कुमार आदि भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि हमारा लोकतंत्र दुनिया का सबसे प्राचीनतम लोकतंत्र है और उस लोकतंत्र का प्राण हमारे संविधान में बसता है। संविधान निर्माताओं ने तमाम देशों के संविधानों का अध्ययन करने के बाद अपने देश की संस्कृति, चेतना और विरासत को समावेशित करते हुए इस संविधान का निर्माण किया है। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए विधायक गण आदि शामिल रहे।